विक्रमसिंह राठौर, अमझेरा। पूरे विश्व सहित भारत देश की मानव जाति जीवन के अस्तित्व पर गहराते हुए कोरोना संकंट केे बादलों को हटाने के लिए सरकार के द्वारा हर संभव प्रयास किये जा रहे है तथा संकंट के दौर में सभी त्यौंहारो और उत्सवों पर रोक लगाते हुए सभी ईश्वरव से यही प्रार्थना कर रहे है कि शिघ्र ही इस घातक महामारी कोरोना का नाश हो। इसी क्रम में अमझेरा के सर्व ब्राह्मण समाज के द्वारा निर्णय लिया गया है कि वे आने वाली 26 तारीख को अक्षय तृतीया पर ब्राह्मणों के आराध्य भगवान श्री परशुरामजी की जयंती को लेकर किसी प्रकार से कोई आयोजन नहीं करेगें। इस संबंध में समाज के अध्यक्ष प्रहलादजी पारीक ने बताया कि यह समय कोरोना संकंट काल चल रहा है इसलिए अमझेरा के सभी ब्राह्मणजन अपने घरों में ही रहकर जयंती मनायेगें जिसके तहत वे पारपंरिक वेशभुषा धारण कर दीप प्रज्जवलित कर भगवान की तस्वीर की पूजा अर्चना एवं आरती करें एवं भावभक्ति के साथ उनसेे प्रार्थना करें की शिघ्र ही इस वैश्विक महामारी का अंत हो । गौरतलब है कि वर्ष 2008 से अमझेरा में सर्व ब्राह्मण समाज के द्वारा भगवान परशुरामजी जयंती धुमधाम के साथ मनाये जाने क्रम आरंभ हुआ था जिसके तहत भगवान की सुंदर झांकी व बैंड़बाजो के साथ भव्य शोभायात्रा नगरभ्रमण पर निकाली जाती रही है लेकिन कोरोना संकंट को देखते हुए इस वर्ष उक्त पर्व सादगी के साथ घर पर ही मनाया जा रहा है।