राजगढ़। धर्मदास गण नायक, आगम विशारद, बुद्ध पुत्र प्रवर्तक देव पूज्य श्री जिनेंद्र मुनिजी मसा की आज्ञानुवर्ती संयमरुचिका महासती पूज्या श्री संयमप्रभाजी म.सा, पूज्या श्री प्रज्ञाजी मसा, पूज्या श्री सुज्ञाजी मसा, पूज्या श्री हितज्ञाजी मसा, पूज्या श्री सौम्याप्रभाजी मसा, पूज्या श्री प्रेक्षाजी मसा, पूज्या श्री निष्ठा जी मसा आदि ठाणा 7 महावीर स्थानक भवन चबूतरा चौक, राजगढ़ में सुखसाता पूर्वक विराजित है। पूज्या महासती श्री संयम प्रभा जी म .सा ने धर्मसभा में बताया कि श्रद्धा के बिना ज्ञान और क्रिया सम्यक नहीं हो सकती है संसार के क्षेत्र में जैसे श्रद्धा रखकर कार्य किया जाता है वैसे ही जीव जब सम्यवक्त को प्राप्त करता है तभी आत्मा का उत्थान होता है इस पंचकाल में सम्यवक्त प्राप्त करना केवलज्ञान समान है।
आज की तपस्या चेतना विनोद वागरेचा – 21 उपवास, हर्ष लुणावत -10 उपवास, रुचिका संजय मेहता – 10 उपवास, प्राची डोसी-10 उपवास, मीना सचिन खबिया- 6 उपवास आगे के भाव है। वर्षों अंकुश खबिया के 3 उपवास तेले की लड़ी में गतिमान सभी तपस्वीयो के आगे के भाव है। प्रार्थना सुबह 6.30 एवं प्रवचन 9 से 10 बजे तक होगा। धार्मिक ज्ञान चर्चा- वाचनी दो पहर 2.30 बजे एवं मालव केशरी पूज्य गुरुदेव श्री सौभाग्यमल जी म .सा की 38वी पुण्यतिथि जप, तप, त्याग से कल शुक्रवार को महावीर स्थानक भवन में सामूहिक एकासन का आयोजन रखा गया है। अनेक श्रावक व श्राविकाओ द्वारा ये तप किया जाएगा। अनेक वक्त द्वारा जीवन पर प्रकाश डालते हुए बताया जाएगा व गुणानुवाद सभा होगी।