राजगढ़। नगर के पांच धाम एक मुकाम श्री माताजी मंदिर पर गुरु पूर्णिमा महोत्सव भव्य रूप में मनाया गया। इस अवसर पर श्रद्धालुओं का दिनभर आवागमन जारी रहा। मंदिर पर प्रातः ब्रह्मलीन स्वामी श्री मुरलीधरजी महाराज का अभिषेक कर गुरु पूजन किया गया। जिसके बाद महा आरती का आयोजन हुआ। महाआरती में बड़ी संख्या में गुरु भक्त शामिल हुए। मंदिर पर प्रातः से ही गुरु पूजन हेतु गुरु भक्तों के आवागमन का दौर प्रारंभ हो गया था।
नगर की न्यू टैलेंट हाई स्कूल एवं सरस्वती शिशु मंदिर स्कूल के बच्चों द्वारा भी मंदिर पहुंचकर गुरुदेव ज्योतिषाचार्य श्री पुरुषोत्तमजी भारद्वाज का पूजन किया गया। इस अवसर पर श्री भारद्वाज ने कहा कि सभी बच्चों को प्रातः नित्य कर्म से निवृत्त होकर अपने पहले गुरु दादा-दादी एवं माता-पिता का पूजन करना चाहिए। जिसके बाद पाठशाला में प्रत्यक्ष गुरु का पूजन करना चाहिए। क्योंकि अक्षर का आकार बता कर निरक्षर को साक्षर हमारे गुरु ही बनाते हैं। हम सभी ‘ध’ को धूल ही कहते आए हैं लेकिन ‘ध’ से धर्म होता है। यह शिक्षा हमें केवल गुरु से ही प्राप्त होती है। ज्योतिषाचार्य श्री भारद्वाज ने कहा कि स्कूल द्वारा जो बच्चों को संस्कार दिए जा रहे हैं, वह सराहनीय है। भौतिक स्वरूप के साथ-साथ आध्यात्मिक के साथ जोड़ना यह बच्चों के बेहतर भविष्य का संकेत है।