रिंगनोद। नगर में 1 माह से चल रही विभिन्न समाजों के मंदिरो में नवनिर्मित मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव की श्रंखला में अब 7 जून से रिंगनोद के तलाईपुरिया कालोनी में भारत माता एवं शीतला माता मंदिर प्राण प्रतिष्ठा व धर्मगंगा महोत्सव का भव्य आयोजन किया जा रहा हैं। इस तीन दिवसीय आयोजन के तहत प्रथम दिन मंगलवार को भव्य कलश यात्रा नगर के तेजाजी धाम से प्रारंभ हुई जो नगर के प्रमुख मार्गों से तलाईपुरिया होते हुए आयोजन स्थल पर पहुंची। यात्रा में 1100 से अधिक कलश सिर पर रखकर युवतियां व महिलाएं चल रही थी। यात्रा के पूर्व सभी युवतियों व महिलाओं में कलश उठाने की पूर्ण जिज्ञासा होड़ लगी हुई थी। सुबह से नये वस्त्र पहनकर सभी तेजाजी चोक में एकत्रित हो गई थी। कलश यात्रा में एक सुंदर रथ में कथा वाचक गोपालकृष्ण शास्त्री, यज्ञ आचार्य गिरिराज व्यास व कृष्णकांत जोशी विराजमान थे। कलश यात्रा का पूरे नगर में घर घर से स्वागत किया गया। कलश यात्रा के आयोजन स्थल पर पहुँचने पर पूजन पाठ किया गया। पश्चात राष्ट्रीय संत गोपालकृष्ण शास्त्री द्वारा विशाल धर्म सभा को संबोधित करते हुए भगवान राम के जीवन चरित्र बताते हुए उनके आदर्शों पर चलने की बात कही।
मांस-मदिरा से दूर रहेंगे ग्रामीण – ज्ञात है कि रिंगनोद के तलाईपुरिया का भारत माता एवं शीतला माता मंदिर लगभग 100 वर्ष पुराना बताया जाता है। पुराने मंदिर का जीर्णोद्धार करने के बाद नवीन मंदिर में भारत माता तथा शीतला माता की प्रतिष्ठा की जाएगी। रिंगनोद के तलाईपुरीया में धार जिले का संभवत पहला भारत माता का मंदिर है, जहां भारत माता की प्राण प्रतिष्ठा होगी। वहीं आयोजन को लेकर ग्राम तलाईपुरिया के लोगों में खासा उत्साह देखा जा रहा है। आदिवासी समाज द्वारा बैठक कर निर्णय लिया गया कि प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव के तहत कोई भी व्यक्ती मांस-मदिरा का सेवन नही करेगा अगर ऐसा करता हुआ पाया गया तो उस पर अर्थदंड लगाया जाएगा। वहीं हर घर के व्यक्ति ने महोत्सव के तहत अपने प्रतिष्ठान तथा कामकाज बंद रखने का भी निर्णय लिया है।