नरेंद्र पँवार @ दसाई। जैसे-जैसे गर्मी अपना तेवर बता रही हैं नगर में जल संकट बढ़ता ही जा रहा हैं। अलसुबह से ही आमजन पानी के जुगाड़ में इधर-उधर भटकते नजर आ रहे हैं जिससे लोगों का पूरे दिन का सारा समीकरण बिगड रहा हैं, मगर पानी की पर्याप्त व्यवस्था नहीं हो पा रही हैं। 20 वार्ड का नगर पानी के लिए पंचायत के भरोसे हैं लेकिन पंचायत द्वारा 20 से 25 दिनों में पानी का वितरण किया जा रहा हैं। वह भी पर्याप्त मात्रा में नही हो पा रहा हैं, ऐसे में लोगों को टैंकर के भरोसे ही पानी की व्यवस्था करना पड रही हैं। जिससे आम लोगों को आर्थिक मार झेलना पड रही हैं। दसाई में जल संकट के स्थाई समाधान के लिये दो बार योजना बनी मगर आज तक दोनो योजना अधूरी पड़ी है कब स्थाई समाधान होगा और दसाई की किस्मत कब बदलेगी यह ईश्वर ही बता सकता हैं ।
विभागीय लापरवाही- प्रधानमंत्री द्वारा जल-जीवन मिशन के तहत हर घर नल – घर घर जल योजना बनाकर पर्याप्त मात्रा में लोगों को पानी मिले ऐसी योजना बनाकर एक अच्छी मिसाल दी थी। इसी योजना के तहत दसाई नगर में भी योजना के तहत 4 करोड़ से भी अधिक से कालिकराई डेम का पानी लाने की व्यवस्था की गई। योजना में कार्य प्रारम्भ भी हो गया। लेकिन एक वर्ष से भी अधिक समय हो गया योजना आज तक अधूरी ही पडी हैं। इस ओर विभाग के किसी भी अधिकारी का ध्यान नहीं जा रहा है जिसके कारण दसाई वासियों को जल संकट झेलना पड रहा है । इधर जल-जीवन मिशन योजना का 1 जनवरी 2021 को श्रीगणेश किया गया था जिसमें काली कराय डेम तक पाइप लाइन बिछाना और पूरे नगर मे नल कनेक्शन देना था। लेकिन आज तक पाइप लाइन डालने के कार्य शुरू भी नहीं हुआ है। जबकि यह योजना मात्र 6 माह में ही पूर्ण होना थी। वर्तमान में पानी की टंकी बनकर तैयार हैं बाकि सब काम अधूरे पड़े हैं। जल-जीवन मिशन योजना के प्रारंभ होने से नगर वासियों में खुशी का माहौल बन गया था, मगर जल संकट में इस बार योजना का लाभ नहीं मिलने से एक बार फिर खुशिया निराशा में बदल गई और नगर के चारों ओर वर्तमान में जल संकट बना हुआ हैं।
दसाई नगर की किस्मत ही खराब कह सकते हैं, पूर्व में भी 2007-2008 में 98.07 लाख की लागत से बामनखेडी तालाब से आवर्धन नल-जल प्रदाय योजना के तहत स्वीकृति होने के बाद कार्य प्रारम्भ भी हो गया था। जिससे लोगों को पानी की समस्या का स्थाई हल नजर आ रहा था। योजना 2009 में पूर्ण किया जाना प्रस्तावित थी, लेकिन योजना 14 साल में पूर्ण नहीं होने से लोगो को काफी निराशा हाथ लगी। शासन द्वारा एक नहीं दो योजना बनाकर दसाई में स्थाई जल संकट को दूर करने का प्रयास किया मगर सारी योजनाओं पर किसी की नजर लगने से 2007-2008 वाली योजना तो ठीक है, वर्तमान में चल रही योजना भी एक साल से अधिक समय में भी पूर्ण नहीं हो पा रही हैं। लगता हैं दसाई वालो को पानी की समस्या का स्थाई हल होते नहीं दिखाई दे रहा हैं। नल-जल की शासन की योजना तो अधूरी पड़ी है मगर पंचायत द्वारा भी पानी की समस्या का हल नहीं करने से नगरवासी पानी के लिये भटक रहे हैं। पंचायत को इस ओर ध्यान देकर जनता की समस्या का हल करना चाहिए।
मामले में ठेकेदार श्याम कुमार कहना है की हर-घर नल-जल योजना के तहत कार्य प्रारम्भ किया गया है, मगर विभाग का सहयोग नहीं मिलने से काम पूरा नहीं हो सका है कब तक होगा इसके बारे में कुछ नहीं बता सकता हूं। वही विभाग के कार्यपालन यंत्री आरएस चौहान का कहना हें की योजना का कार्य शीघ्र पूर्ण करने के लिए ठेकेदार से बात कर शीघ्र ही समस्या का हल हो जाएगा। ग्राम पंचायत सचिव बालू सिघार की माने तो जल संकट को लेकर पंचायत द्वारा प्रयास किया जा रहा हैं।