अमझेरा। भाई-बहन के पवित्र रिश्ते को तार-तार करने वाला सनसनीखेज व जघन्य हत्याकांड को अमझेरा पुलिस द्वारा महज 24 घंटे में पर्दाफाश कर हत्यारे भाई को गिरफ्तार कर लिया गया है। मामले का पुरा खुलासा धार अतिरिक्ति पुलिस अधिक्षक देवेन्द्र पाटीदार ने अमझेरा थाने पर करते हुए बताया कि दिनांक 9 मई को राधेश्याम पिता कालु डामोर 24 वर्ष निवासी ग्राम जलोख्या ने अपनी ही छोटी बहन सविना पिता कालु 16 वर्ष की घर के अंदर गला दबाकर निर्ममतापूर्वक हत्या कर दी और हत्या करने के बाद घटना को आत्महत्या का रूप देने की कोशिश की गई। वहीं परिजन अगले दिन शव का अंतिम संस्कार करने के लिए श्मशान घाट चले गये थे लेकिन पुलिस को सूचना मिलने पर अमझेरा पुलिस तत्काल मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर अमझेरा अस्पताल में पीएम करवाया गया जिसकी रिपोर्ट में गला दबाकर हत्या करना पाया गया। जिसके बाद अमझेरा पुलिस के द्वारा परिजनों के बयान आदि लिये गये जिसमें राधेश्याम को हिरासत में लेकर सख्ती से पूछताछ की गई जिसमे उसने अपना जुर्म कबुल करते हुए बताया कि घटना वाली रात सविता ग्राम जलोख्यिा में रमेश के यहां शादी के बाने में गई थी। लेकिन दो घंटे तक वह बाने मे नहीं दिखी तो राधेश्याम को शक हुआ कि सविता किसी लड़के के साथ भाग गई। लेकिन रात्रि के 12ः30 बजे जब सविता वापस दिखी तो गुस्से मे बाने में उसके साथ मारपीट कर अपने घर ले गया और उसके गायब होने का कारण पूछने पर कोई जवाब नहीं मिलने मे गुस्से मे आकर जान से मारने की नियत से गला दबाकर उसकी हत्या कर दी और घर का दरवाजा अंदर से बंद कर दीवार तोड़कर बाहर निकल गया। जिससे की उस पर किसी का शक ना हो।
अमझेरा पुलिस द्वारा हत्या का अपराध पंजीबद्ध कर आरोपी हत्यारे भाई राधेश्याम को गिरफ्तार कर लिया गया है। इस पुरे जघन्य हत्याकांड का पर्दाफाश करने में धार पुलिस अधीक्षक आदित्य प्रताप सिंह के निर्देश तथा सरदारपुर एसडीओपी रामसिंह मेड़ा के मार्गदर्शन में अमझेरा थाना प्रभारी कमलसिंह पंवार, उपनिरीक्षक प्रशांत पाल, सहायक उपनिरीक्षक गणपतसिंह चौहान, सहायक उपनिरीक्षक संदीप सिंह बैस, प्रधान आरक्षक निसार मकरानी, आरक्षक शुभम तिवारी, आरक्षक राजा सेन, आरक्षक रामगोपाल, आरक्षक राहुल मंडलोई, आरक्षक जयेन्द्र जादौन का सराहनीय योगदान रहा।