रिंगनोद। आचार्य श्री जयंतसेन सूरिजी के प्रथम शिष्य आचार्य विजय नित्यसेन सूरिजी एवं साधु साध्वी भगवंत आदि ठाणा का मंगलवार को रिंगनोद में आगमन हुआ। सकल जैन श्री संघ ने अगवानी की पश्चात बड़ी स्कूल से बैंड बाजों के साथ नगर के प्रमुख मार्गो से मंगल जुलूस निकाला गया। जुलूस में महिला व बहू परिषद एक जैसी वेशभूषा में सिर पर कलश लेकर चल रही थी तो उत्साही परिषद के युवा जयकारों के साथ आचार्य श्री के साथ चल रहे थे। वही आचार्य श्री के सम्मुख घर घर से गहुली की गई। जुलूस जैन मंदिर पहुंचा यहां सभी ने दर्शन वंदन किये, फिर आचार्य श्री ने जैन धर्मशाला में मंगलाचरण के साथ प्रवचन में कहा कि संगठन में ही शक्ति है। मार्ग से भटक कर कोई संगठित नहीं रह सकता है, इसलिए सही मार्ग पर चलो एकता के साथ कार्य करो। आपकी भाषा में सरलता आ आए तो सब काम सफल हो जाते हैं।