नरेंद्र पँवार @ दसाई। सफलता मूलतःप्रयासो पर निर्भर होती हैं । जीवन में अगर लक्ष्य ऊंचा हो और उसके लिए कठिन परिश्रम किया जाए तो राह आसान हो जाती हैं। व्यक्ति अपना लक्ष्य तय करें और आगे बढ़े, लक्ष्य हमें कई सफलता दिला सकता हैं। उक्त विचार रविवार को श्री ईच्छापूर्ण हनुमानधाम में चल रहे 51 कुंडीय शिव शक्ति महायज्ञ के दौरान महामंडलेश्वर साध्वी आत्म चेतना गिरीजी महाराज (गुडगाॅव) ने व्यक्त किए। वही साध्वी श्री ने कहा कि मानव जीवन अगर मिला है तो उसमें कई तरह की परेशानियां भी है और उसका समाधान भी हैं। हमारे धर्म शास्त्रों का आचरण बाहरी समस्याओें का समाधान हैं तो उनको आत्मसात करने से आत्मा शुद्धि और मुक्ति का मार्ग मिलता है। लोग धर्म का अनुसरण दिखावे के लिए न करें। धर्म मन लगाकर करे। जीवन में जबतक समर्पण का भाव नही आएगा तब तक आनंद की प्राप्ति नही हो सकती।
51 कुंडीय महायज्ञ प्रातः से ही प्रारम्भ हो जाता हैं। यज्ञ में नगर सहित आसपास क्षेत्र की जनता बढ-चढ कर भाग ले रही है। सुबह से देर रात तक कई धार्मिक कार्यक्रम होने से पूरा माहौल धर्ममय हो गया। शिव शक्ति महायज्ञ के दौरान प्रतिदिन रात्रि में एक से बढकर एक कार्यक्रम हो रहे हैं। जिसका आनंद लेने के लिए श्रद्धालु देर रात तक कार्य स्थल पर रहते हैं । शनिवार को रात्रि में रतलाम के प्रसिद्व भजन एवं गरबा रास गायक शुभम राणा ने कई भजन प्रस्तुत किए। जिस पर महिलाओ के साथ-साथ बालिकाओ के अलावा युवावर्ग ने देर रात तक गरबा किया।