राजगढ़। विद्यालय में शैक्षणिक गतिविधियों के साथ-साथ साहित्य और सांस्कृतिक गतिविधियों का आयोजन भी छात्र के विकास का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। अकादमिक शिक्षण के साथ-साथ विद्यार्थियों को सह शैक्षिक प्रतियोगिताओं में भी भागीदारी करना शिक्षा का एक महत्वपूर्ण अंग है। इससे विद्यार्थियों में सामाजिकता, नेतृत्व गुण, सामाजिक उपयोगिता, सहनशीलता की भावनाएं विकसित होती हैं व बालक का सर्वांगीण विकास होता है यह बात लक्ष्य सेंट्रल स्कूल द्वारा आयोजित लक्ष्योंत्सव के आयोजन में युवा उद्योगपति एवं समाजसेवी विक्रम चोयल अमलाल ने अपने उद्बोधन में कहीं।
लक्ष्य सेंट्रल स्कूल राजगढ़ द्वारा दो दिवसीय वार्षिकत्सव का आयोजन किया गया। आयोजन के दूसरे दिन मुख्य अतिथि कथावाचक पंडित सुभाषजी शर्मा दत्तीगांव, युवा समाजसेवी एवं उद्योगपति विक्रमजी चोयल अमलाल, सफल उद्योगपति राजेंद्र कोठारी राजगढ़, भारतीय जीवन बीमा निगम के विकास अधिकारी मोहन बर्फा कुक्षी, वरिष्ठ समाजसेवी हीरालाल हामड कापसी, रोटरी क्लब से सोहन पाटीदार सरदारपुर, सेवानिवृत्त रेड क्रॉस प्रभारी चंद्रसेन जाधव उज्जैन आदि अतिथि मंचासीन रहे। भारतीय संस्कृति एवं सभ्यता का निर्वहन करते हुए कार्यक्रम का शुभारंभ मां श्री आईजी एवं मां सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्वलित कर किया गया। मंचासीन अतिथियों का स्वागत पूनम चंद मोलवा, कानालाल परवार, सोहन मोलवा, डॉ. पुखराज परवार ने किया तथा विद्यालय की बालिकाओं ने गीत के माध्यम से अभिवादन किया।
कथावाचक पंडित सुभाषजी शर्मा ने अपने उद्बोधन में कहा कि प्राचीन भारतीय काल में अध्ययन अध्यापन के प्रधान केंद्र गुरुकुल हुआ करते थे, जहाँ दूर-दूर से विद्यार्थी अपनी शिक्षा को पूर्ण करने जाते थे। गुरुकुल में आयोजित होने वाले प्रकल्प को माध्यम मानकर यह विद्यालय भी निरंतर एवं सतत विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास में अग्रसर है। विकास अधिकारी मोहन बर्फा ने कहा कि बच्चों के सर्वांगीण विकास में विद्यालय के संचालक शिक्षक एवं अभिभावक की महत्वपूर्ण भूमिका होती है, सांस्कृतिक गतिविधियां विद्यार्थियों के अंदर छिपी प्रतिभाओं को एक मंच प्रदान करती है।
कक्षा नर्सरी से 12वीं तक के विद्यार्थियों ने देशभक्ति से ओतप्रोत नाटक शिवाजी महाराज का राज्याभिषेक, हास्यप्रद नाटक खिचड़ी, भक्ति पूर्ण हनुमान चालीसा एवं रामायण नृत्य नाटिका, सामाजिक समरसता से पूरित अनेक रंगारंग प्रस्तुतियां आकर्षक का केंद्र रही। विद्यालय के प्राचार्य अर्जुन जाट ने वार्षिक उपलब्धियों के बारे में जानकारी दी। कार्यक्रम संचालन विद्यालय के शिक्षक प्रसाद पीटर, शिक्षिका पूर्वी जैन कोरियोग्राफर सम्राट जाट, विद्यार्थी शुभम चोयल, गौरव मोलवा, वैभव परवार, आयुषी चौधरी हर्षिता चोयल एवं निहारिका शर्मा के द्वारा किया गया। संस्था के चेयरमैन अखिलेश मोलवा ने लक्ष्योत्सव में पधारे अतिथियों, प्रबुद्धजनों, अभिभावकों, विद्यालय के प्राचार्य तथा समस्त स्टाफ एवं बच्चों का आभार व्यक्त किया।