राजगढ़। मालव भूषण तपशिरोमणि आचार्यश्री नवरत्न सागर सूरिश्वरजी के पट्टधर यूवाचार्यश्री विश्वरत्न सागरसूरिश्वरजी को मध्यप्रदेश शासन द्वारा धार एवं उज्जैन जिले में प्रवास के दौरान राजकीय अतिथि का दर्जा देने का आदेश मध्यप्रदेश शासन द्वारा जारी किया गया हैं। स्मरणीय है कि यूवाचार्यश्री हाल ही में राजस्थान से मध्यप्रदेश सीमा में प्रवेश किया हैं। 29 मार्च को आचार्यश्री ने उज्जैन में प्रवेश किया हैं।
जैन श्वेतांबर मालवा महासंघ के राजगढ़ स्थित क्षेत्रीय कार्यालय द्वारा जारी सूचना के अनुसार संघ के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष संतोष मेहता (नागदा) ने बताया कि यूवाचार्यश्री उज्जैन से प्रस्थान कर धार जिले में प्रवेश करेंगे। दो अप्रैल को राजगढ़ में महामांगलिक श्रवण कराएंगे। यहां से जिले के विभिन्न स्थानों पर भ्रमण करते हुए 6 मई को उज्जैन प्रवेश करेंगे। छह से 18 तक उज्जैन में आयोजित नवपद ओली महामहोत्सव एवं गुरू विश्वरत्न अर्द्ध शताब्दी महोत्सव को निश्रा प्रदान करेंगे। इस अवधि के लिए राज्य शासन ने यूवाचार्यश्री को राजकीय अतिथि का दर्जा दिए जाने का आदेश जारी किया हैं। सामान्य प्रशासन विभाग के राज्य प्रोटोकॉल अधिकारी मेहताब सिंह ने संबंधित विभागों को निर्देश जारी करते हुए लिखा कि यूवाचार्यश्री के उक्त दो जिलों में प्रवास के दौरान आवास, सुरक्षा और परिवहन अन्य सभी आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध कराएं।
मालवा महासंघ महाप्रबंधक अभय चौपड़ा एवं राजेश जैन ’मानव’ ने बताया कि शासन की इस घोषणा से जैन समाज में हर्ष की लहर व्याप्त हैं। मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान एवं कैबिनेट मंत्री ओमप्रकाश संकलेचा के प्रति आभार व्यक्त करते हुए आशा जताई कि शासन भविष्य में भी जैन शासन के आचार्यो एवं मुनिभगवंतों के प्रति इसी प्रकार का सहयोग भाव बनाएं रखें।