राजगढ़। सामाजिक एवं कला संगठन कलाग्राह द आर्ट स्टेशन के विद्यार्थियों ने सरस्वती माता के भिन्न-भिन्न आयामों को चित्रित किया तथा धार ज़िले में स्थित माँ वाग्देवी की प्रतिरूप प्रतिमा को देवेंद्र कुमावत द्वारा केनवास पर म्यूरल आर्ट द्वारा उकेरा तथा वसंत पंचमी के अवसर पर पूजन अर्चन कर हर्षोल्लास से वसंत उत्सव मनाया। वहीं रिदिमा जैन द्वारा मंडल आर्ट द्वारा खूबसूरत एवं अविस्मरणीय माँ सरस्वती का चित्र उकेरा, पंथ जैन ने केनवास पर माँ सरस्वती की पेंटिंग व मिशि जैन एवं अरिहा जैन ने स्केच बनाया। संस्था की मुख्या परिधि व्यास ने बताया कि धार ज़िला माँ वाग्देवी के नाम का ही स्मरण करता है, जब भी वसंत पंचमी या फिर सरस्वती पूजन की कहीं बात आती है तब धार का नाम सबसे प्रथम आता है। राजा भोज की नगरी धार में राजा भोज द्वारा माँ वाग्देवी की मूर्ति की स्थापना की गयी थी और माँ सरस्वती का साक्षात्कार कई बार हुआ था। राजा भोज ने उसी स्थान पर माँ सरस्वती के उत्कृष्ट मंदिर “भोजशाला” का निर्माण किया परंतु दुर्भाग्य यह है कि माँ सरस्वती की मूर्ति वर्तमान में लंदन के संग्रालय में है। कलाग्रह के अंतराष्ट्रीय कलाकार राहुल व्यास ने बताया कि विद्यार्थियों को अच्छी शिक्षा एवं उत्तम ज्ञान के साथ माँ सरस्वती का पूजन करना चाहिए।