राजगढ़। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ द्वारा नगर में बाल पथ संचलन निकाला गया। नगर में कदमताल करते हुए निकले बाल स्वयंसेवको का जगह-जगह पुष्पवर्षा कर स्वागत किया गया। पथ संचलन किला मैदान से प्रारंभ हुआ जो नगर के प्रमुख मार्गों से भ्रमण करते हुए पुनः किला मैदान पहुँचा। संघ की गणवेश में निकले छोटे-छोटे बाल स्वयंसेवको का नगर के विभिन्न सामाजिक संगठनों द्वारा स्वागत किया गया। नगर में पहली बार निकले बाल पथ संचलन को देखने के लिए हर कोई उत्सुक दिखाई दिया।
पथ संचलन से पहले सभी बाल स्वयंसेवकों का नगर के किला मैदान में एकत्रीकरण हुआ। जहां ध्वज प्रणाम तथा गीत के बाद कार्यक्रम के मुख्य वक्ता संघ के जिला कार्यवाह बाबूलाल हामड़ ने सभी बाल स्वयंसेवको से कहा कि हिंदू धर्म के सभी पर्वो को बड़े ही उत्साह के साथ मनाए तथा अपने माता-पिता की प्रत्येक आज्ञा का पालन करें। वही जिला कार्यवाह ने सभी बाल स्वयंसेवको को महापुरुषो का व्रतांत भी सुनाया। जिसमे उन्होंने बताया कि है अंग्रेजो के शासनकाल के समय ब्रिटिश सरकार की महारानी विक्टोरिया के राज्य रोहण के समय स्कूल में मिठाई बांटी जा रही थी। जिसे छोटे से बालक केशव ने यह कहते हुए वह मिठाई नाली में फेंक दिया था कि जिनकी वजह से हमारा देश गुलाम है उनके राज्य रोहण का जश्न हम नही मना सकते है। बाद में वही छोटा सा बालक केशव बलिराम हेडगेवार बड़े होकर राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ की स्थापना करते है। कार्यक्रम में संघ के खंड संघचालक राजेश मूणत भी मंचासीन रहें।