राजोद। मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव 2018 में कांग्रेस की सरकार बनते ही तत्कालीन मुख्यमंत्री कमलनाथ ने प्रदेश के कई जगहों पर गोशाला बनाने की घोषणा की थी। जिसके तहत के देवीखेड़ा पंचायत के मजरे टिमचखेड़ा में ग्राम पंचायत में 27.72 लाख रुपए की लागत से कामधेनु गौशाला बनाई गई थी। जिसका लोकार्पण विधायक प्रताप ग्रेवाल द्वारा किया गया था और गौशाला को संभालने की जिम्मेदारी स्थानीय पंचायत देवी खेड़ा को दी गई थी । स्थानी लोगों का कहना है कि पिछले कई महीनों से ग्राम पंचायत द्वारा गोशाला की देखरेख सही तरीके से नहीं की जा रही है। और कार्य करने के समय सब इंजीनियर द्वारा कामधेनु गौशाला निर्माण में भारी भ्रष्टाचार कर गुणवत्ता हीन निर्माण किया गया। उस पर उपर लगाए गए सेड के चद्दर उखड़ कर उड़ गए। जिससे वहां पर रखा गायों को खिलाने का चारा (भुसा) पूरी तरह पानी से गिला हो गया। इसी कड़ी में ग्राम टिमच खेड़ा मे गौशाला निर्माण भी आरईएस विभाग द्वारा किया था। घटिया निर्माण कर लाखों रुपए का गौशाला में लिपा पोती कि गई जो एक जांच का विषय बना हुआ है। ग्रामीणों का कहना है कि इसकी जांच करवाई जाना चाहिए। गौशाला निर्माण कर पंचायत को जिमेदारी दी गई जो पंचायत भी फेल होते नजर आ रही है।ग्राम पंचायत द्वारा कोई देखरेख नहीं की जा रही है।
राजोद – टीमचखेड़ा गोशाला में उड़े शेड के चदर, पंचायत नही कर पा रही लाखों रुपये की गोशाला की देखरेख
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