सरदारपुर। श्री राजेंद्र सुरी शासकीय महाविद्यालय सरदारपुर-राजगढ़ क्षेत्र के प्रबुद्ध जनों शिक्षाविदों समाज सेवकों एवं कृषि वैज्ञानिकों की कार्यशाला महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो. एलएस अलावा और कार्यशाला प्रभारी प्रो. सरिता जैन के द्वारा आयोजित की गई। कार्यशाला में कृषि विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिक डॉक्टर जीएस गाठिये, वैज्ञानिक डॉ. डीएस मंडलोई, मोहनखेड़ा तीर्थ के ट्रस्टी सुजानमल सेठ, आईटीआई कॉलेज के प्राचार्य श्री मुकाम सिंह भयडिया, राजगढ़ नगर के सहकारिता एवं वित्त के क्षेत्र में अग्रणी राजेंद्र दुबे, महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो. एलएस अलावा, कला संकाय प्रभारी प्रोफेसर सरिता जैन, वाणिज्य संकाय प्रभारी प्रोफेसर आर के जैन, विज्ञान संकाय प्रभारी प्रोफेसर सुरेंद्र रावत, प्रोफ़ेसर ममता दास आदि के बीच कई विषयों पर चर्चा हुई। तथा विद्यार्थियों को स्वरोजगार से जोड़ने व्यवसायिक पाठ्यक्रम एवं फील्ड वर्क, प्रोजेक्ट वर्क, इंटर्नशिप आदि के लिए एमओ यू पर हस्ताक्षर करने की बात हुई। कार्यक्रम के प्रारंभ में महाविद्यालय के प्राचार्य ने स्वागत भाषण दिया। कृषि वैज्ञानिक डॉ गाठिये साहब ने फूड प्रोसेसिंग, जैविक खेती, बागवानी, वर्मी कंपोस्टिंग, डेरी मैनेजमेंट आदि के बारे में विस्तार से चर्चा की तथा विद्यार्थियों को पूर्ण मार्गदर्शन करने एवं स्वरोजगार से जोड़ने से योग का आश्वासन दिया। वैज्ञानिक डीएस मंडलोई ने उद्यान विषय पर भारत सरकार के प्रयास, बागवानी, फूड प्रोसेसिंग, नर्सरी, मेडिसिन गार्डन आदि के बारे में विस्तार से चर्चा करते हुए विद्यार्थियों को स्वरोजगार से जोड़ने का आश्वासन दिया। मोहनखेड़ा तीर्थ के ट्रस्टी सुजानमल सेठ ने कम पढ़े लिखे किसानों का खाद बीज आदि का उपयोग वातावरण के अनुसार करने के लिए वैज्ञानिक कृषि के माध्यम से प्रशिक्षण दिया जाना चाहिए बताया। इस कार्य में नई पीढ़ी के विद्यार्थियों के रूप में आगे आ रही है। इन के माध्यम से प्रशिक्षण कार्य किया जा सकता है। आईटीआई कॉलेज के प्राचार्य मुकाम सिंह भयडिया ने आईटीआई कॉलेज में संचालित व्यवसायिक पाठ्यक्रम से श्री राजेंद्र सुरी शासकीय महाविद्यालय के विद्यार्थियों को जोड़ने का आश्वासन दिया। शीघ्र ही महाविद्यालय इन सब से एमओयू हस्ताक्षरित करने की कार्यवाही पूर्ण पूर्ण करेगा। श्री राजेंद्र दुबे ने महाविद्यालय में नवीन शिक्षा नीति के अनुसार मूलभूत सुविधाएं बढ़ाने पर जोर दिया। प्रोफ़ेसर पल्लवी गुप्ता ने व्यवसायिक पाठ्यक्रम एवं फील्ड वर्क के बारे में जानकारी दी। डॉ. डीएस मुजाल्दा ने कार्यशाला के बारे में चार गंभीर जानकारी दी। कार्यक्रम का संचालन कर रही नेक, आइक्यूएसी, रूसा, वर्ल्ड बैंक प्रभारी प्रोफेसर सरिता जैन ने व्यवसायिक पाठ्यक्रम तथा नवीन शिक्षा नीति 2020 के मुख्य बिंदुओं की जानकारी देकर सभी अतिथियों का स्वागत किया तथा अपने विचार व्यक्त करने हेतु धन्यवाद दिया। कार्यक्रम के अंत में प्रोफेसर आर के जैन ने आभार माना तथा अतिथियों का आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम में डॉ. आईएस डावर, डॉ. सपना कासलीवाल, डॉ स्नेहलता सिंह, डॉ. राकेश शिंदे, डॉ. रंजना पाटीदार, डॉ. निधि वाजपेयी, डॉ. जितेंद्र भगोरे, अरुण सुरसुद्दे, मोहन सिंह डावर, विजयाराजे दरबार, महेंद्र अलावा, रीना खंडेकर, स्नेहलता मंडलोई, दीपेश दांगी, महेश उपाध्याय, कमलेश चौहान, इंदर झुंझे, बिंदु गोखले, अजय राठौर, भेरु खपेड़ आदि उपस्थित थे।