राजगढ़। नगर की मध्यप्रदेश ग्रामीण बैंक में हुए 96 लाख से अधिक की धोखाधड़ी के मामले में पुलिस ने सरदारपुर तहसील कार्यालय में कार्यरत एक प्राइवेर ऑपरेटर को भी आरोपी बनाया है। साथ ही मामले में एक अन्य दलाल को भी पुलिस ने आरोपी बनाते हुए दोनों को गिरफ्तार कर शनिवार को न्यायालय में पेश किया गया। जहाँ से दोनों को जेल भेज दिया गया। बैंक में हुई धोखाधड़ी के मामले की जांच सरदारपुर एसडीओपी आरएस मेड़ा द्वारा की जा रही है। पुलिस ने शुक्रवार को धोखाधड़ी के मुख्य आरोपी लक्ष्मण पिता पुनाजी निवासी भानगढ़ को जेल भेजा था। पुलिस ने मुख्य आरोपी से पूछताछ की थी। जिसके बाद मामले में 2 ओर लोगो को आरोपी बनाया गया। बताया जा रहा हैं कि मामले में आरोपियों की संख्या बढ़ सकती है।
सरदारपुर एसडीओपी आरएस मेड़ा ने बताया कि मुख्य आरोपी लक्ष्मण पिता पुनाजी कुमावत से पूछताछ करने पर उसने बताया कि सरदारपुर तहसील कार्यालय में कार्यरत प्राइवेट कम्प्यूटर ऑपरेटर आरोपी अभिषेक पिता नारायण विश्वकर्मा निवासी राजगढ़ फर्जी तरह से नकल निकालता था। नकल में आरोपी अधिक भूमि दर्शाता था। नकल पर किए गए हस्ताक्षर भी संदिग्ध है। जिसकी जांच की जा रही है। इसी तरह दूसरा आरोपी भागीरथ पिता गेंदालाल कुमावत उम्र 48 वर्ष निवासी भानगढ़ ने फर्जी तरह से दस्तावेज तैयार कर अपने पिता के नाम से बैंक से ऋण लिया था। तथा दलाली करते हुए अन्य आरोपियों को भी ऋण दिलवाता था। मुख्य आरोपी लक्ष्मण की निशानदेही पर दोनों आरोपी को गिरफ्तार कर शनिवार को न्यायालय पेश किया गया। जहाँ से दोनों को जेल भेज दिया गया। मामले कि जांच जारी है।