राहुल राठौड़ @ राजोद। सरकार स्वच्छता के लिए करोड़ों रूपये खर्च कर रही है, लेकिन ग्रामीण क्षेत्रों में ग्राम पंचायतों द्वारा मोटी रकम खर्च करने के बाद भी गंदगी का साम्राज्य बना हुआ है। जिससे ग्रामीणों को डेंगू जेसी घातक बीमारियों का सामना करना पड़ रहा है। हम बात कर रहे है राजोद नगर की जहाँ गंदगी का अंबार लगा हुआ है। आलम यह है की गंदगी की वजह से डेंगू फेल रहा है। स्वास्थ्य विभाग और प्रशासन जिम्मेदारी से अनजान दिख रहे है। एसे मे अब समाज सेवी संस्थाओ को आगे आना होगा। नगर में फ़ैल रहें डेंगू, मलेरिया, वायरल फीवर के मरीजों की संख्या दिन-ब-दिन बढ़ती जा रही हैं। अस्पताल में मरीजों की संख्या बढ रही है। इसको देखते हुए समाज सेवी डॉ. सुरेन्द्र कुमार मिश्र व उनके पुत्र डॉ. सुमित मिश्र व डॉ. पुजा मिश्र परिवार के द्वारा नगर में ट्रैक्टर से मच्छर मारने वाली दवाई का छिड़काव करवाया गया है। वहीं दुसरी स्वास्थ विभाग व प्रशासन की लापरवाही नगर में देखने को मिल रही है। तरफ नगर के चारों और गंदगी फेली हुई है तो दुसरी ओर नालियों का गंदा पानी सड़कों पर फ़ैल रहा है। इसका दंश आम जनता बीमारियों के रूप में झेल रही है। गरिब परिवार में डेंगू जैसी बीमारी का इलाज भी करवाया नहीं जा सकता क्योंकि की इसकी जांच भी बड़ी राशि से प्रतिदिन जांच करवाना होता है। डेंगू की चपेट में कम उम्र के लोग शिकार हो रहे हैं।
वही स्वास्थ विभाग द्वारा भी नगर में मात्र एक बार फॉगिंग की गई। उसके बाद स्वास्थ विभाग के किसी भी अधिकारी या ग्राम पंचायत के जिम्मेदारो द्वारा अभी तक कोई सुध नहीं ली गई। राजोद नगर सरदारपुर तहसील का सबसे बड़ी पंचायत है। सुत्र बताते है की अभी तक इतने ज्यादा मरिज डेंगू के नगर राजोद में है कि जिसका आंकल भी नहीं हो पा रहा है। कुछ दिन पूर्व ग्राम पंचायत सचिव द्वारा सफाई करने का मीडिया में चर्चा के दौरान कहा था। लेकिन अभी तक नगर में सफाई नहीं करवाई गई। वहीं वार्ड नंबर 14 वटेश्वर महादेव चौक स्थित रहवासियों ने कल ग्राम पंचायत पहुंच कर आवेदन दिया कि नाली का गंदा पानी सड़कों पर फ़ैल रहा है जिसके कारण बीमारी फेल रही है। समय रहते जिम्मेदारों को इस ओर ध्यान देना होगा।