दसाई। शुक्रवार को नगर में गणेश चतुर्थी पर्व धूमधाम के साथ मनाया गया। गणेश मंदिर में सुबह से ही भक्तो की भीड जमा होने लगी। वही घर-घर गणेशजी की प्रतिमा शुभ मुहूर्त में स्थापित की गई। गणेशजी की दुकानो पर प्रतिमा खरीदी के लिए खासी भीड देखने को मिली। कोई हाथ गाडी मे तो कोई टोली बनाकर जयकारे लगाकर अपने घर गणेशजी को ले गये। अतिप्राचीन कचहरी गणेश मंदिर में सुबह से ही दर्शन-पूजन के लिए खासी भीड देखने को मिली। प्रातः गणेशजी का महाभिषेक कर चोला चढाया कर विशेष श्रंगार किया गया। साथ ही मन्दिर में विशेष साज-सज्जा की गई। ऐसे भी कचहरी के गणेशजी के मन्दिर में हमेशा ही दर्शन के लिए भीड रहती हैं। यह मन्दिर दूर-दूर तक प्रसिद्व होने से भक्तजन हमेंशा यहां पर अपनी मन्नत के लिए आते हैं। कचहरी के गणेश मन्दिर की अपनी अलग ही पहचान दसाई सहित आसपास क्षेत्र में खासी हैं। बताया जाता है कि कचहरी में एक समय न्यायलय का काम होता था तब यहां पर गणेशजी की प्रतिमा की स्थापना नगरवासियो ने बडे धूमधाम के साथ की थी। न्ययालय प्रारम्भ होने से पहले हर कोई यहां पर दर्शन-वंदन करता था तब से ही इस मंदिर का नाम कचहरी गणेश मन्दिर रखा गया। वर्षो पूराना कचहरी मन्दिर में हर भक्त की मन्नत पूरी होने से हमेंषा ही गणेशजी का चोला चढाने के लिए दूर-दूर से भक्तजन आते हैं। दसाई सहित आसपास के लोग शादी में पहला निमंत्रण कचहरी मंदिर में देते हैं साथ ही शादी के बाद पहले दर्शन वंदन करने के लिए दुला-दुल्हन आते हैं। कचहरी गणेश मन्दिर में गणेश चतुर्थी के 10 दिनो तक प्रतिदिन भक्तो का दर्शन के लिए आने-जाने का क्रम सुबह से देर रात तक चलता रहता हैं वही प्रतिदिन विशेष अनुष्ठान का आयोजन भी किया जाता हैं। कचहरी वाले गणेशजी का इतिहास खास हैं। हर बुधवार को अनुष्ठान के साथ महाआरती का आयोजन किया जाता हैं।
दसाई – धूमधाम से घर-घर विराजे विघ्नहर्ता श्री गणेश, अतिप्राचीन कचहरी गणेश मंदिर पर सुबह से ही दर्शन-पूजन के लिए श्रद्धालुओं की रही भीड़
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