राजोद। केंद्र शासन द्वारा स्कूली बच्चों के स्वास्थ्य का ध्यान रखते हुए स्वच्छ पानी विद्यार्थियों को पीने के लिए मिले इसलिए महत्ती योजना शुरू की गई है। जल शक्ति मिशन के तहत लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग द्वारा जिले में कार्य किया जा रहा है। राजोद क्षेत्र के कई संकुल स्कूलों में कार्य किया जा रहा है। जिसको लेकर क्षेत्र में स्कूल के शिक्षक जनप्रतिनिधि एवं ग्रामीण इस निर्माण को देखकर संतुष्ट नहीं है क्योंकि निर्माण के लिए जो मापदंड दिए गए हैं उसके अनुसार निर्माण कार्य नहीं हो रहा है। स्कूलों में निर्माण के सबंध में ग्रामीण रामचंद्र, मोहन ,संजय, भेरूलाल, गणपत तथा जिला महासचिव युवा कांग्रेस जीवन धाकड़ आनंद खेड़ी का कहना है कि आनंद खेड़ी स्कूल में जो निर्माण कार्य हो रहा है। उसमें इतना घटिया निर्माण हैं की सीमेंट में बालू रेती के बजाय कहीं पर काली रेत और कही पर चुरी का इस्तेमाल किया जा रहा है। निर्माण स्थल पर ना तो कोई इंजीनियर ना कोई ठेकेदार है। कार्य हेतु कारीगर काम अपनी मर्जी अनुसार कर रहे हैं। जीवन धाकड़ का कहना है कि यदि जिले से जांच करने अधिकारी आते हैं तो हमें बुलवाना चाहिए ताकि हम घटिया निर्माण को दिखा सकें। स्कूलों के शिक्षक एवं माध्यमिक विद्यालय साजोद के प्रधान पाठक महेंद्र प्रताप सिंह राठौड़ द्वारा निर्माण के संबंध में इस प्रतिनिधि से चर्चा की तो उन्होंने बताया कि निर्माण कार्य गुणवंता पूर्वक नहीं है। निर्माण में घटिया सामग्री लगाई जा रही है। क्षेत्र में निर्माण कार्यों की उच्च अधिकारी जांच कर गुणवत्ता पूर्वक कार्य करने के निर्देश देवे या निर्माण एजेंसी को बदला जावे ताकि शासन ने निर्माण हेतु राशि दी गई उसका सदुपयोग हो सके। प्रधान पाठक राठौड़ ने अपने विभाग को भी निर्माण के संबंध में अवगत कराया है। राजोद संकुल क्षेत्र में 56 स्कूलों व आंगनवाड़ी में निर्माण कार्य चल रहा है। कई स्कूलों में तो कालि रेती से ही निमार्ण कर डाला और प्रधान अध्यापक को जानकारी ही नहीं दी गई। बालक छात्रावास रामखेडा स्कूल में तो कारी प्रारंभ होने से पुर्व टाईल्स उखड़ गई। साजोद स्कूल, राजोद आंगनवाड़ी, हनुमत्या साजोद, रुणी, संदला ऐसी कई पंचायत के स्कूल व आंगनवाड़ी में घटिया निर्माण किया गया है। जिसकी जानकारी ग्रामीणों द्वारा दी गई और पीएचई एसडीओ द्वारा मौके पर जांच का आश्वासन दिया। पीएचई एसडीओ का कहना है कि यदि गलत कार्य किया जा रहा है तो हम इसकी जांच करेंगे गलत कार्य होगा तो उस कार्य को तुडवाया जाएगा।
राजोद – पीएचई द्वारा बनाए जा रहे हैं वाटरशेड यूनिट के घटिया निर्माण के चलते क्षेत्र में हो रहा है विरोध, वरिष्ठ अधिकारी नही दे रहे ध्यान
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