झाबुआ। विगत वर्षों में झाबुआ जिले में क्षेत्रीय पत्रकारों के उत्पीड़न के मामले बड़ी संख्या में प्रकाश में आए है। पत्रकरों के अभिव्यक्ति की आजादी के अधिकारों को कई स्तरों पर चुनौती मिल रही है। विभिन्न क्षेत्रों में सक्रिय माफिया आए दिन पत्रकारों को मनमाफिक धमकियां देने से बाज नहीं आ रहे है तथा उनके लोकतांत्रिक अधिकारों का हनन भी कर रहे है। राजनीति एवं माफिया का गठजोड़ पत्रकारों के लिए प्रतिकूल स्थितियां पैदा कर रहा है। इसी सिलसिले में जिला पत्रकार संघ के प्रतिनिधि मण्डल ने पुलिस अधीक्षक आशुतोष गुप्ता से मुलाकात की तथा उनके समक्ष तथ्यात्मक ढंग से पत्रकारों के उत्पीड़न से संबंधित मामले रखे और उसमें पुलिस द्वारा की जा रही कार्रवाई में क्षमतामूलक रवैया अपनाए जाने की बात कहीं।
पत्रकारों ने जिला पुलिस कप्तान को बताया कि, समाचार प्रकाशन से जिन तत्वों के निहित स्वार्थ प्रभावित होते है वे षडयंत्रो का दुप्चक्र चलाकर कलम की धार को कुंद करने के लिए पत्रकारों के विरूद्व झूठे प्रकरण बनवाते है। जिसमें माफियाओं तथा राजनीति का गठबंधन भी काम करता है। ऐसे में पत्रकारों के लिए निष्पक्ष व निर्भीक समाचार संकलन का काम मुश्किल हो जाता है।
जिला पुलिस अधीक्षक ने पत्रकारों की बात सुनने के बाद उन्हें आशवस्त किया कि, पुलिस कानून के दायरे में ऐसे प्रयास करेगी कि पत्रकारों को किसी षड्यंत्र का शिकार न होना पड़े तथा उन्हें निष्पक्ष समाचार संकलन का सकारात्मक वातावरण मिल सके। इस अवसर पर जिला पत्रकार संघ अध्यक्ष संजय भटेवरा के नेतृत्व में हरीषंकर पंवार, राजेश सोनी, मनोज जानी, अक्षय भट्ट, राजेश वैद्य, वीरेन्द्रसिंह राठौर, निकलेश डामोर, आलोक द्विवेदी, मुजम्मील मंसूरी आदि उपस्थित थे।
झाबुआ – जिला पत्रकार संघ के प्रतिनिधि मंडल ने की जिला पुलिस अधीक्षक से मुलाकात, पत्रकारों के उत्पीड़न से संबंधित मामलो पर की चर्चा
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