Homeआलेखरोहित सरदाना - तुम न जाने किस जहां में खो...

रोहित सरदाना – तुम न जाने किस जहां में खो गए….. पत्रकारिता के युवा चमकते सितारे का दंगल से खामोशी से चले जाना सालता रहेगा….

बरसों लगेगे फिर एक रोहित सरदाना पैदा होने में…… 

राजेश शर्मा ..वरिष्ठ पत्रकार @ लेखक                            9893877004 – 9770667516 

निशब्द ..स्तब्ध. शून्य…  देश की समृद्ध पत्रकारिता के चमकते सितारे  रोहित सरदाना नहीं रहे…. कोरोना की  जंग में गणितीय आंकड़ोंं में एक और मौत …. पर  देश की पत्रकारिता के लिए एक अकल्पनीय क्षति.. एक रोशनी का बुुझ जाना… उससे ज्यादा एक युवा प्रतिभा का रंगमंच से असमय चले जाना है…  रोहित अभी तो देश देख रहा था आपको… सुन रही थी अवाम…. हेेडलाइंस की सुर्खियां सुनाते- सुनाते आप हेडलाइन्स बन जाओगे ! यह तो सपने में भी नही सोचा था… 

  इस तरह जाने के लिए तो आप तैयार भी नहीं थे… फिर उस अनंत  यात्रा की और चल दिए जहां से कोई लौट कर नहीं आता .. पत्रकारिता और सिर्फ पत्रकारिता  के लिए ही तो बने थे आप….. चौबीसों घंटे और सातो दिन बस एक ही मिशन.. देश और दुनिया के हालातों से दर्शकों को अवगत कराना…  कोरोना से कराहती दुनिया के इस कठिन दौर में भी अपने मिशन पर ईमानदारी से डटे हुए थे रोहित… आखिरकार कोरोना की खबर सुनाते- सुनाते कोरोना से ही जंग हार गए…                                                                                              अपनी एंकरिंग और तेवरों की पत्रकारिता के चमकते सितारें  रोहित सरदाना भी वायरस से जारी दुनिया की जंग में खुद  हार गए…  एंकरिंग से लाजवाब संवाद अदायगी, देश और दुनिया के ज्वलंत मुद्दों पर वाक कौशल  देश को मानो  नई दिशा , नए तेवर देता था..  आज  ओज और तेवर  के कुशल कलमकार ने अलविदा कह दिया….. आज फिर शून्यता पैदा हुई है भारतीय पत्रकारिता खासकर इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के लिए.  यह भी सच है कि  महज एक दो दिनों में रोहित पैदा नहीं होते.. अथक मेहनत और संघर्ष की पटकथा से ही रोहित जैसे सितारें जमीं पर तराशे जाते है… शायद बरसों लगेगे फिर एक रोहित पैदा होने में……  

आज तक  चैनल और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया ने कई सितारें दिए है पर  रोहित ने उम्र के महज छोटे से पड़ाव में सफलता के नये मानदंड स्थापित कर देश की पत्रकारिता  को मुस्काने का अवसर दिया…. लोकतंत्र के चौथे स्तंभ पत्रकारिता की गरिमा को नए संदर्भ में गढा. पत्रकारिता के विशाल परिवार में देश में कई  बड़े और प्रतिष्ठित नाम और चेहरे है पर संघर्ष और मेहनत की तपिश से बरसों में कोई रोहित सरीखा कोहिनूर निकलता है….                                                                                 दंगल का यह कुशल शिल्पकार दंगल के मैदान से यूं कूच कर चला जाएगा ऐसा तो सपने में भी नहीं सोचा था…..बकौल  दंगल का मैदान सूना- सूना सा लगेगा बिन रोहित के… आत्मविश्वास और उत्साह से भरी  आवाज की कमी बरसों-बरस खलेगी… दंगल सूना , सूनी है  वो रोबदार आवाज…. सूना है आज तक का आंगन…                                                   रोहित का जाना एक युवा संभावना के अंत से ज्यादा नेशनल मीडिया के चमकदार सितारें का पटल से लोप हो जाना है….. धन्य है हरियाणा की माटी जिसने रोहित सरदाना सरीखे सपूत को जन्मा…  सैकड़ो – हजारों पत्रकारों के लिए रोहित का एकाएक जाना सालता रहेगा.  किसी के वो आदर्श थे तो अनेकानेक पत्रकार और पत्रकारिता के विद्यार्थी के लिए यूथ आइकॉन……. राजनेता भी रोहित की प्रतिभा के मुरीद थे..        एक से बढ़कर एक सितारों, संभावनावान चेहरों और प्रतिभाओं का असमय हमारे बीच से खामोशी से चले जाना किसी बड़ी त्रासदी से कम नहीं है  …   कोरोना वायरस की  सुनामी चाल से हम सब हैरान है…स्तब्ध है… वैश्विक महामारी कोरोना की सेकंड वेव.. अकल्पनीय और स्तब्ध कर देने वाली घटनाओं की साक्षी बनकर हम सब को झकझोर रही है..   राष्ट्र के इस प्रखर पत्रकार, पत्रकारिता के चमकते सितारें को देश और पत्रकारिता जगत सदैव याद रखेगा….. विधाता उन्हें अपने श्री चरणों में स्थान प्रदान करे….रोहित तुम न जाने किस जहां में खो गए….. कोटिशः नमन ….

श्रद्धावनत –  राजेश  शर्मा वरिष्ठ पत्रकार, @ लेखक, थिंकर्स

लेखक राजेश शर्मा का परिचय

वर्तमान में संपूर्ण विश्व कोरोना वायरस से जंग लड रहा है। जंग में मानवता के कई ऐसे प्रहरी है जो जंग से मानव जाति को उबारने के लिए प्रण और प्राण से जुटे है। इस समसामयिक एवं विश्वव्यापी ज्वलंत समस्या पर तीक्ष्ण दृष्टि डालता आलेख मप्र की राजा भोज की ऐतिहासिक नगरी धार के वरिष्ठ पत्रकार, लेखक, विचारक राजेश शर्मा ने लिखा है। लेखक राजेश शर्मा की ख्याति राज्य स्तरीय अधिमान्य पत्रकार मप्र शासन होकर लेखक, विचारक एवं प्रशासनिक परीक्षा के एक्सपर्ट के रूप में है। आपके मार्गदर्शन में कई युवा प्रशासनिक अधिकारी के पद पर कार्यरत है। आपने पीएससी परीक्षा एवं पत्रकारिता पर कई पुस्तकों की रचना की है। आप प्रदेश शासन की इंदौर संभाग स्तरीय पत्रकार अधिमान्यता समिति के सदस्य रहे है साथ ही पत्रकारिता की सर्वोच्च डिग्री एमजे में देवी अहिल्या विश्वविद्यालय इंदौर से टाॅपर रहे है।

RELATED ARTICLES

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

Most Popular

Recent Comments

error: Content is protected !!