सरदारपुर। जनजातिय (आदिवासी) समाज ने आज सरदारपुर एसडीएम को एक धर्मांतरण को लेकर ज्ञापन सौपा। जनजातिय समाज ने अपने ज्ञापन में बताया कि जनजातिय क्षैत्र चालनीमाता, अमझर, सिरोदा, उटावा एवं आस पास के ग्राम मजरों में ईसाई मिशनरीस द्वारा भोले भाले जनजातिय समाज के लोगों को कई प्रकार के प्रलोभन, बीमारियों के नाम से डराने एवं ईसाई मिशनरी के द्वारा प्राकृतिक आपदा का डर बताकर धर्मांतरण किया जा रहा है एवं प्रकृति पुजक तथा हिन्दु धर्म में आस्था एवं विश्वास रखने एवं सनातन धार्मिक जनजातिय समाज को उनके द्वारा सदियों से पुजे जा रहें देवताओं का अपमान करने हेतु प्रेरित किया जाता है तथा समाज के लोगों की आस्था पर चोट पहुचाई जाती रही है। प्रत्येक वर्ष इन ग्रामों में क्रिसमश के आस पास ही धर्मांतरण का कर्मकाण्ड रचाया जाता है जिसका कई बार जनजातिय समाज द्वारा विरोध भी किया जाता है। परन्तु इस बार फिर ईसाई मिशनरीस द्वारा क्रिमसम के मौके पर इन्ही ग्रामों एवं आसपास के मजरों में धर्मांतरण का कर्मकाण्ड रखा जा रहा है। जहां पर भोले भाले जनजातिय समाज के लोगों को डरा कर, प्रलोभन देकर, बिमारी एवं प्राकृतिक आपदा का डर दिखा कर उनका धर्मांतरण किया जाने की पूर्ण संभावना है। जिससे जनजातिय समाज में आक्रोश पैदा हो सकता है एवं सामाजिक लोगों एवं इस प्रकार के कर्मकाण्ड करने वाले ईसाई मिशनरीज वाले लोगों के बिच झगड़ा झड़प एवं सामाजिक हिंसा उत्पन्न हो सकती है। जनजातिय समाज ने इन कार्यक्रमों पर रोग लगाए जाने की मांग की है। इस दौरान जिला पंचायत सदस्य संजय बघेल, भूपेंद्र सिंह, दिलीप मछार, राम प्रकाश मछार, गुलाब भगत, रामचंद्र, धनसिह, परसिह, गोविंद वडखिया, कमलेश, दलसिंह आदी समाजजन मौजुद थे।