सरदारपुर। राजेन्द्रसूरी सहकारी साख संस्था के जमाकर्ताओ द्वारा आज मुख्यमंत्री के नाम पर नायब तहसीलदार को ज्ञापन सौंपकर सहकारिता उपायुक्त अमरीश वैद्य का झाबुआ जिले से धार जिले मे किया गया स्थानांतरण निरस्त करने की मांग की गई है। ज्ञापन मे बताया गया है कि मध्यप्रदेश की भारतीय जनता पार्टी की सरकार द्वारा विगत दिवस सहकारिता उपायुक्त अमरीश वैद्य का स्थानांतरण झाबुआ जिले से धार जिले मे किया गया है। धार जिले की 09 राजेन्द्रसूरी साख सहकारी संस्थाओ मे 19 हजार जमाकर्ताओ की करोड़ो रूपये राशि जमा है, जो जमाकर्ताओ का नही मिल रही है उक्त अधिकारी द्वारा बहुचर्चित राजेन्द्रसूरी साख सहकारी संस्था मर्यादित राजगढ़ जिला धार की जांच की गई थी एवं जांच मे किसी भी प्रकार की अनियमितता नही पाये जाने की राजेन्द्रसूरी संस्था को क्लीन चिट दी गई थी। लेकिन क्लीन चिट देने के 4 माह बाद कांग्रेस सरकार के समय सरदारपुर विधायक प्रताप ग्रेवाल द्वारा राजेन्द्रसूरी संस्था का मामला जिला योजना समिति की बैठक मे उठाया गया और तत्कालीन धार जिले की प्रभारी मंत्री डाॅ. विजयलक्ष्मी साधौ द्वारा जांच दल गठित किया गया। जांच मे राजेन्द्रसूरी संस्था का 91 करोड से अधिक का घोटाला उजागर हुआ, जिसमे संचालक मण्डल सहित कुल 28 व्यक्तियो पर धारा 420 मे प्रकरण दर्ज हुआ एवं वर्तमान मे राजेन्द्रसूरी संस्था की जांच निरंतर जारी है। उपायुक्त अमरीश वैद्य के पूर्व कार्यकाल के दौरान 18 लाख का प्याज घोटाला, सिध्दी विनायक मार्केटिंग सौसायटी राजगढ मे 90 लाख का चना खरीदी मे घोटाला एवं धार की को-ऑपरेटिव सौसायटी मे भी 02.50 करोड रूपये का चना घोटाला हुआ है, धार के चना घोटाले के मामले मे 02 व्यक्ति उपजेल सरदारपुर मे बंद है। उक्त अधिकारी की कार्यशैली संतोषप्रद नही होकर संदिग्ध है। उपायुक्त अमरीश वैद्य के धार जिले मे पदस्थ रहने से राजेन्द्रसूरी संस्था के 91 करोड से अधिक घोटाले, राजगढ़ की सिध्दी विनायक मार्केटिंग सौसायटी मे 90 लाख के चना घोटाले, धार की को-ऑपरेटिव सौसायटी मे 02.50 करोड की चना घोटाले एवं 18 लाख के प्याज घोटाले की कार्यवाही प्रभावित होगी और हमे न्याय मिलने की उम्मीद नही रहेगी। ज्ञापन का वाचन रवि परमार ने किया। इस दौरान संजय जायसवाल, छगनलाल राठौड, भेरूलाल बागडिया, बाबुलाल गौराणा, मोहनलाल प्रजापत, माणकचंद राठौड, मुकेश यादव आदि उपस्थित थे।