राजगढ़। प. पू. पुण्य सम्राट आचार्य देवेश श्रीमदविजय जयन्तसेनसूरीश्वरजी म.सा. के पटधर गच्छाधिपति आचार्य श्रीमदविजय नित्यसेनसूरीश्वरजी म. सा. व आचार्य श्रीमदविजय जयरत्नसूरीश्वरजी म. सा. की आज्ञानुवर्तिनी साध्वी श्री कल्पलताश्रीजी म. सा. आदि ठाणा 4 का चातुर्मासिक मंगल प्रवेश राजेन्द्र भवन में हुआ। जहाॅं पर श्रीसंघ ने साध्वीजी का अक्षत से वधामना कर सामुहिक वंदना की। उक्त जानकारी देते हुए श्रीसंघ अध्यक्ष मणिलाल खजांची ने बताया कि साध्वीजी प्रातः श्री जयंतसेन म्यूजियम से विहार कर राजगढ नगर पधारें। जय तलहटी पर श्रीसंघ वरिष्ठों ने साध्वीजी की अगुवानी की। प्रातः 7 बजे मंगल प्रवेश प्रारंभ हुआ जो नगर के मुख्य मार्गो से होते हुए साध्वीजी ने चातुर्मास स्थल श्री राजेन्द्र भवन में प्रवेश किया।
इस अवसर पर साध्वीजी ने कहा यह चातुर्मास त्याग, तपस्या व आराधना से युक्त होगा। इस बार चातुर्मास 5 माह का है हमें 1 माह का समय ज्यादा मिला है अतः आप सभी इसका लाभ लेते हुए खूब धर्म आराधना करें। साध्वीजी ने कोरोना संक्रमण पर चर्चा करते हुए कहा कि इससे किसी को भी डरने की जरूरत नहीं है, इससे बचाव का एकमात्र रास्ता अनुशासन, संयम, सतर्कता व आत्मविश्वास ही है। हम सभी को शासन द्वारा दिये निर्देशों का ईमानदारी के साथ पालन करना चाहिए। इस संक्रमण के चलते सभी को धर्माराधना के साथ जप तप आराधना करनी है, इससे परिवार में खुशियों का संचार होगा व आध्यात्मिक आनंद की अनुभूति होगी। इस अवसर पर सकल श्रीसंघ उपस्थित रहा।