राजगढ़। पुलिस थाना टाण्डा एवं क्राईम ब्रांच धार की टिम को चोरी, लूट व डकेती में फरार एवं ईनामी कुख्यात बदमाश उमेश मावी को पकड़ने में सफलता मिली हैं। जिसकी जानकारी आज धार एसपी आदित्य प्रतापसिंह ने राजगढ़ थाने पर प्रेसवार्ता कर दी।
जिला अधीक्षक आदित्य प्रतापसिंह के निर्देशन में व अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक देवेन्द्र पाटीदार जिला धार के मार्गदर्शन में एवं एसडीओपी कुक्षी मनोहरसिंह बाारीया के नेतृत्व में लगातार फरार सम्पत्ति संबधीत ईनामी बदमाशो की धर पकड़ हेतु चलाए जा रहे अभियान के तहत आज सूचना मिली की कुख्यात बदमाश उमेश पिता धनसिंह मावी भील निवासी झीरपन्या थाना बाग का गुड़ा जंगल में अपने साथी के साथ घूम रहा है। सूचना मिलते ही वरिष्ट अधीकारीयों को अवगत कराया जाकर पुलिस थाना टाण्डा थाना प्रभारी विजय वास्कले द्वारा हमराह थाना फोर्स एवं क्राइम ब्रांच धार के प्रभारी सउनि धीरजसिंह राठौर व उनकी टीम को हमराह लेकर गुड़ा जंगल में दबीश दी गई.। आरोपीयों द्वारा पुलिस की टीम पर जान से मारने की नियत से फायर किए गए। पुलिस की रूकने तथा फायर न करने की चेतावनी के बावजुद आरोपीगण जान से मारने की नियत से पुलिस पर फायर करते रहे जिससे एक गोली थाना प्रभारी टाण्डा के दाहिने कान के पास से निकली जिस पर थाना प्रभारी टाण्डा द्वारा उनकी सर्विस पिस्टल से आरोपीयों के पेर की और फायर किया। जो कि पीछे बैठे आरोपी के पेर पर लगा। जिससे दोनों आरोपी मोटर सायकल सहीत नीचे जा गिरे जिनको हमराह पुलिस फोर्स द्वारा घेराबंदी कर पकड़ा। आरोपी उमेश पिता धनसिंह मावी जाति भील, उम्र 20 वर्ष, निवासी झीरपन्या को मय एक देशी पिस्टल 01 राउण्ड एवं एक बिना नम्बर की पल्सर मोटर सायकल एवं उसके साथी राजु पिता केलसिंह वसुनिया जाति भील, उम्र 19 वर्ष, निवासी नरवाली को मय एक 12 बोर देशी कट्टा एवं 02 राउण्ड के गिरफ्तार किया गया। आरोपीयों उमेश मावी एवं राजु वसुनिया के विरूद्ध थाना टाण्डा पर अपराध क्र 94/2020 धारा 307, 353, 332, 34 भादवि एवं 25/27 आर्म्स एक्ट का पंजिबद्ध किया जाकर पुछताछ की जा रही है।
आरोपीयों द्वारा किए फायर आरक्षक को छू कर निकली गोली – धार एसपी ने प्रेसवार्ता के दौरान बताता की घटना के वक्त पुलिस के द्वारा आरोपीयों का पीछा करते समय मोटर सायकल चला रहे बदमाश द्वारा एक हाथ से मोटर सायकल चलाते हुऐ दूसरे हाथ से देशी बारा बोर कट्टे से पुलिस पर फायर किए तथा पीछे बैठे बदमाश उमेश द्वारा देशी पीस्टल से पुलिस पर जान से मारने की नियत से फायर किए जिस पर एक गोली थाना प्रभारी टाण्डा के कान के पास से होकर निकली तथा एक गोली आरक्षक 994 निरज के हाथ को छुतु हुवे निकली। बाद पुलिस द्वारा आत्मरक्षार्थ एवं बदमाशो पर नियत्रंण पाने के लिए फायर किए गए। जिससे आरोपीगण मोटर सायकल सहीत नीचे गिर गए जिनको पुलिस द्वारा घेराबंदी कर दोनों बदमाशों को धर दबोचा। घायल आरक्षक ईलाजरत है।
कुख्यात आरोपी उमेश के विरूद्ध पुर्व में भी दर्जनों अपराध है पंजिबद्ध – आरोपी उमेश के विरूद्ध जिला धार, अलीराजपुर, बड़वानी तथा गुजरात राज्य के पोरबंदर जिले में कई अपराध पंजिबद्ध है। आरोपी के विरूद्ध आसपास के जिलो में गिरफ्तारी हेतु ईनाम घोषित किया गया है। जो कि 50 हजार रूपए है। आरोपी उमेश पिता धनसिंह मावी जाति भील, उम्र 20 वर्ष, निवासी झीरपनिया थाना बाग के विरूद्ध पुर्व में थाना बाग पर अपराध क्र 121/15 धारा 379 भादवि, 357/16 धारा 379, 511 भादवि, 58/18 धारा 457, 380 भादवि, 246/18 धारा 25 (1)- ए, 29 आम्र्स एक्ट, 31/19 धारा 379 भादवि, 97/2020 धारा 353, 307, 332, 323, 504, 506, 34 भादवि, 101/2020 धारा 395 भादवि, 110/2020 धारा 307, 294, 506, 147, 148, 149 भादवि, तथा थाना जोबट जिला अलीराजपुर में अपराध क्र 167/15 धारा 457, 380 भादवि, 381/17 धारा 395, 397 भादवि, 382/17 धारा 395, 397 भादवि, 421/18 धारा 392 भादवि, 587/19 धारा 395 भादवि एवं थाना टाण्डा पर अपराध क्र 29/18 धारा 379 भादवि, 247/18 धारा 394 भादवि एवं थाना राणापुर जिला झाबुआ पर अपराध क्र 537/17 धारा 379 भादवि, 538/17 धारा 379 भादवि, 539/17 धारा 379 भादवि, 540/17 धारा 379 भादवि, एंव पुलिस थाना गंधवानी के अपराध क्र 317/17 धारा 379 भादवि एवं पुलिस थाना बड़वानी पर अपराध क्र 72/16 धारा 379 भादवि एवं थाना उधोगनगर पोरबंदर गुजरात में अपराध क्र 06/2018 धारा 394, 324, 323, 120 बी भादिव के तथा अन्य कई और पंजिबद्ध होकर आरोपी के विरूद्ध करीबन 30 अपराध अलग-अलग जिलो के थानों में पंजिबद्ध है।
इनकी रही सराहनीय भूमिका – उक्त आरोपीयों को पकड़ने में थाना प्रभारी टाण्डा उनि विजय वास्कले, सउनि जगदीशचन्द्र निनामा, क्राईम ब्रांच धार के सउनि धीरजसिंह राठौर, प्रधान आरक्षक रामसिंह, आरक्षक बलराम, आरक्षक प्रशान्त, आरक्षक संग्राम, आरक्षक राहुल बांगर, आरक्षक नविन कुमार राठौर, आर चालक सजन कुमार एवं थाना टाण्डा के आरक्षक अंकित, आरक्षक भानुप्रतापसिंह, आरक्षक मनिष पाल, आरक्षक निरज, आरक्षक अमरसिंह चौधरी की सराहनीय भूमिका रही है।