नरेन्द्र पँवार, दसाई। कोरोना संक्रमण महामारी के चलते हर कोई वर्तमान में अपने ही घरो में सूरक्षीत हैं। ऐसे में समय पर पानी नही मिलने के कारण व्यक्ति अपने घरो से बाहर निकलकर पानी की जुगाड में सुबह से ही लगता नजर आ रहा हैं। ऐसे में शारीरिक दूरी में भी परेशानी आती हैं। सरदारपुर तहसील का सबसे बडा गॉव दसाई हैं, जिसकी आबादी भी 12 हजार के करीबन हैं। मगर यहॉ पर जलसंकट गर्मी के दिनो पर चरम पर रहता हैं। हर कोई अलसुबह से ही पानी के लिये इधर- उधर भटकता दिखाई देता हैं। नया बाजार में सुबह 5 बजे से ही पानी की केन की लम्बी लाइन लग जाती हैं। 20 वार्ड के इस नगर में अधिकांश वार्डो में पंचायत द्वारा वितरण किये जाने वाले पानी पर निर्भर हैं मगर पंचायत द्वारा भी समय पर पानी का वितरण नही किया जा रहा हैं। कई वार्डो के आलम यह हैं कि 15-20 दिनों में पानी के दर्शन होते है वह भी मात्र 20- 25 मिनिट के लिये जिससे लोगो की समस्या बनी रहती हैं। ऐसे में कोई हाथ गाडी को उपयोग करता है तो कोई साईकिल से तो कोई टेक्ट्रर का उपयोग कर अपनी पानी की समस्या को दूर करता हैं।
एक मात्र टयूबवेल बुझाता हैं प्यास –
इतने बडे नगर में मात्र 4 टयूबवेल है लेकिन मात्र बारिश और ठंड के समय में ही पानी रहता है। जैसे-जैसे गर्मी अपना जलवा बताना प्रारम्भ करती है मात्र एक लुहारी वाला टयूबवेल को छोड सारे ट्यूबवेल साथ छोड देते हैं जिससें जलसंकट और बढ जाता हैं। वर्तमान में लुहारी वाले ट्यूबवेल में भी पानी काफी कम हो गया है। कब जवाब दे देगा यह बताना मुश्किल हैं। नगर में कई जगह हैडपम्प लगे हुवे है जिनकी संख्या भी 30 से अधिक है। मगर इनकी कहानी भी किसी से कम नही है। यह भी लोगो को गर्मी में सहारा नही बनते है। वर्तमान में सिर्फ 5 हैडपम्प में ही पानी हैं। ये भी गर्मी बढने पर अन्तिम सांस गिनने लगते है।
कोई स्थाई समाधान नही –
नगर में प्रतिवर्ष में गर्मी के आते ही जलसंकट गहराने लगता हैं जिसके स्थाई समाधान के लिये कई प्रयास किये गये जो मात्र कागज की शोभा बढा रहे है।दसाई से मात्र 3 किलोमीटर दूर पर बामनखेडी तालाब का निर्माण के साथ- साथ कुआं का भी निमार्ण करके लगभग 98.07 की लागत से योजना 2007 में बनाई गई थी लेकिन योजना का कार्य आज तक पूरा नही हो पाया परिणाम आम जनता को भूगतना पड रहा है। वही क्षेत्र के नेताओ ने कालीकिराय डैम से दसाई को पानी मिले इसके लिये आश्वासन भी दिया लेकिन आज तक मुहूर्त नही आया पानी खरीदना पड रहा हैं। गर्मी के दिनो में हर कोई पानी लिये सुबह से ही लग जाता हैं वही पानी के टेकर वाले भी सुबह से ही नगर में धूमना प्रारम्भ कर देते हैं जिनके भाव भी काफी होते है। एक टैंकर के भाव 500- 600 होते है वही पॉच सौ लीटर के भाव 70 रुपये के आसपास होते है। जिससे कई परिवार का गर्मी आते ही मासिक बजट बिगड जाता हैं।
इनका कहना है –
समय पर पानी नही मिलने से घर का सारा काम समय पर नही हो पाता है। सुबह से ही पानी की व्यवस्था में लग जाते है। पंचायत द्वारा भी समय पर पानी का वितरण नही किया जा रहा है। 15- 15 दिनों में कई बार जल का वितरण किया जाता है। ऐेसे में पानी को टेकर के माध्यम से खरीदना पडता है। जिससे आर्थिक मार पडती है। शासन को दसाई जैसे बडे गॉव में पानी की स्थाई समाधान निकालना चाहिये।ताकि आमजन को किसी भी प्रकार की परेशानी नही आवे। – आशा सोनी ग्रहणी
दसाई में जलसंकट बना हुआ है। समस्या का स्थाई समाधान का प्रयाय किया जा रहा है। अतिशीघ्र ही स्थाई समाधान की उम्मीद हैं । वर्तमान में सारे ट्यूवबेल में पानी नही होने से समय पर जलवितरण नही हो पा रहा है। – राकेश भाटी सचिव