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झाबुआ – राष्ट्रीय मानवाधिकार एवं महिला बाल विकास आयोग ने जिला विकलांग पुनर्वास केंद्र पर मनाया बाल दिवस, अतिथियों ने सुनाई बच्चों को प्रेरणादायी कहानी कविताएं, दिव्यांग बच्चों ने दी मनमोहक प्रस्तुतियां

सुमित राठौड़, 9098910873, झाबुआ।
देश में समाजसेवा के लिए अग्रणी सबसे बड़ी संस्था राष्ट्रीय मानवाधिकार एवं महिला बाल विकास आयोग द्वारा बाल दिवस एक दिन पूर्व 13 नवंबर, बुधवार को दोपहर 12 बजे से जिला विकलांग पुनर्वास केंद्र रंगपुरा में मनाया गया। इस अवसर पर अतिथि के रूप में जिले के ग्रामीण अंचल झकनावदा के सत्यवादी वीर तेजाजी महाराज के पं. ईश्वर राठौड़, वरिष्ठ समाजसेवी यशवंत भंडारी, पेटलावद गौतम ग्रुप के समाजसेवी गौतम गहलोत, मेघनगर की समाजसेविका श्रीमती सुशीला भाबर एवं आरती भानपुरिया, आयोग के प्रतिनिधि प्रदेष अध्यक्ष मनीष कुमट तथा प्रदेष प्रभारी किर्तीश जैन व कार्यवाहक प्रदेश अध्यक्ष पवन नाहर उपस्थित थे।
सभी अतिथियों द्वारा सर्वप्रथम पं. जवाहरलाल नेहरू  के चित्र पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्जवलन कर शुभारंभ किया गया। अतिथियों का स्वागत आयोग टीम के प्रदेश सचिव गोपाल विश्वकर्मा, जिला उपाध्यक्ष गोपाल चोयल, डायरेक्टर मनोज उपाध्याय, महेश गिरी, जिलाध्यक्ष चेतना चौहान, जिला उपाध्यक्ष माधुरी चौहान, पंकज राका, रोटरेक्ट क्लब सचिव दौलत गोलानी, गायत्री सेन, सुमित मेड़ा आदि ने किया। सभी को आयोग की ओर से संस्था का दुपट्टा भी पहनाया गया। बाद अपने संक्षिप्त उद्बोधन में सत्यवादी वीर तेजाजी महाराज के पं. ईश्वर राठौड़ ने सभी दिव्यांग बच्चों को मन लगाकर एवं मेहनत के साथ पढ़ाई करने की सीख दी। मेघनगर की समाजसेविका श्रीमती सुशीला भाबर एवं आरती भानपुरिया ने कहा कि उन्हें आयोग के माध्यम से दिव्यांगजनों की सेवा का यह पहला अवसर है मिला है कि जब हम आपके बीच जाकर बाल दिवस मना रहे है। श्रीमती आरती भानपुरिया ने कविता के माध्यम से भी बच्चों का मनोरंजन किया व चाचा नेहरू के बच्चों के प्रेम भावना के साथ देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्रमोदी की भी कहानी सुनाई।

दो बार मिला राष्ट्रीय स्तर पर पुरस्कार –
वरिष्ठ समाजेसवी यशवंत भंडारी ने कहा कि वह इस संस्था के अध्यक्ष है और संस्था के बारे में जानकारी दी कि यह संस्था निरतंर प्रगति की ओर अग्रसर है। संस्था को दो बार राष्ट्रीय स्तर पर स्वयं देश के महामहिम राष्ट्रपति द्वारा पुरस्कृत किया जा चुका है। यहां के बच्चों में केवल एक कमी जरूर है, लेकिन वह उसे पछाड़ते हुए अन्य सभी कार्यों में पूरी तरह से सक्रिय होकर विभिन्न गतिविधियों में भी समय-समय पर हिस्सा लेते रहते है। गौतम गहलोत ने सभी बच्चों को यहां खुशी के साथ रहकर अपना अध्ययन कार्य एवं संस्कारों को ग्रहण कर एक अच्छा इंसान बनने की प्रेरणा दी।

धार्मिक सेवा के क्षेत्र में कार्य पर किया सम्मान-
बाद सम्मान के क्रम में धार्मिक क्षेत्र में सराहनीय सेवाएं देने वाले जिले के ग्रामीण अंचल झकनावदा के सत्यवादी वीर तेजाजी महाराज के पं. ईश्वर राठौड का अतिथियों ने प्रतीक चिन्ह एवं पुरस्कार देकर सम्मान किया। बाद विकलांग केंद्र में वर्षों से अपनी सराहनी सेवाएं दे रहे संचालक शैलेन्द्रसिंह राठोर को भी प्रतीक चिन्ह देकर सम्मानित किया गया। इस दौरान दिव्यांग बच्चों ने अतिथियों के समक्ष मूक प्रस्तुतियां देकर उनका दिल जीत लिया एवं जमकर तालियां बटोरी। कार्यक्रम का सफल संचालन आयोग के प्रदेश कार्यवाहक अध्यक्ष पवन नाहर ने किया। कार्यक्रम बाद सभी बच्चों का आयोग टीम  की ओर से स्वादिष्ट भोजन भी करवाया गया व अतिथियों ने भी वही भोजन ग्रहण। इस अवसर पर आईजा के जिलाध्यक्ष संदीप जैन भी उपस्थित रहे। अंत में पधारे सभीजनों के प्रति आभार विकलांग केंद्र के संचालक शैलेन्द्रसिंह राठोर एवं स्टॉफ ने माना। 

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