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झाबुआ विधानसभा उप चुनाव : नामांकन रैली में पहुंचे भाजपा-कांग्रेस से कई दिग्गज नेता, भाजपा के लिए कल्याणसिंह डामोर बन सकते है मुसिबत, रोचक होगा भूरिया विरुद्ध भूरिया का मुकाबला

झाबुआ-पेटलावद।  झाबुआ उपचुनाव को लेकर आज दोनो दलों के प्रत्याशी सहित निर्दलिय उम्मीदवारों ने अपना नामांकन पत्र दाखिल कर दिया है। यहां भाजपा – कांग्रेस की और से कई बडे दिग्गज नेताओं ने उपस्थित होकर पुरी ताकत झोंक दी। कांग्रेस के उम्मीदवार कांतिलाल भूरिया के लिए मुख्यमंत्री कमलनाथ सहित सभी प्रमुख मंत्री आज झाबुआ पहुंचे। तो वही भाजपा के भानु भूरिया के लिए पूर्व सीएम शिवराज, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष राकेश सहीत अन्य भाजपा नेता पहुंचे थे।

भाजपा-कांग्रेस सहित निर्दलियों ने कियें नामांकन दाखिल
भाजपा प्रत्याशी भानु भूरिया ने सांसद गुमान सिंह डामोर के साथ एसडीएम कार्यालय जाकर अपना नामांकन फॉर्म जमा किया। साथ कांतिलाल भूरिया ने भी अपना नामांकन पत्र दाखिल कर दिया है, उनके साथ पूर्व विधायक जेवियर मेड़ा भी उपस्थित रहे। जिससे लगता है कि पार्टी में किसी भी प्रकार की बगावत नही रहेगी। क्योकि पूर्व में जेवियर मेड़ा ने ही कांग्रेस से बगावत कर निर्दलीय चुनाव लड़ा था, जिसका खामियाजा यहां कांग्रेस को भुगतना पड़ा था। वही जोसेफ रामसिंह माल ने भी निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में अपना नामांकन पत्र जमा किया।

मुख्यमंत्री कमलनाथ पहुंचे झाबुआ –
कांग्रेस की और से कांतिलाल भूरिया की नामांकन रैली में प्रदेश के मुखिया कमलनाथ सहित प्रमुख मंत्री और बडे कांग्रेसी नेता उपस्थित रहे। मुख्यमंत्री कमलनाथ ने यहां अपनी सरकार की उपलब्धिया गिनाते हुए पूर्व भाजपा की सरकार को आडे हाथों लिया। साथ हीं किसानों की कर्जमाफी और योजनाओं के बारे में सभा को संबोधित किया। नामांकन रैली मे काफी संख्या में भीड़ एकत्रित हुई। बाद में कांतिलाल भूरिया ने अपना नामांकन पत्र दाखिल किया।

पूर्व मुख्यमंत्री शिवराजसिंह बोले – 
भाजपा प्रत्याशी भानु भूरिया के पक्ष में भाजपा के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान, प्रदेश अध्यक्ष राकेशसिंह सहित कई बड़े दिग्गज नेता नामांतरण दाखिल करवाने झाबुआ पहुंचें। यहां शिवराजसिंह चौहान वर्तमान की कांग्रेस सरकार को आडे हाथों लेते हुए किसान विरोध सरकार बताया। साथ हीं कहां कि विधानसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस के मुख्यमंत्री व कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी ने किसानों का दस दिनों के अंदर कर्जा माफ करने की घोषणा की थी और दस दिनों के अंदर कर्जा माफ नहीं होने पर मुख्यमंत्री बदल देने का वादा किया था, लेकिन सरकार द्वारा 9 माह बाद भी किसानों का कर्जा माफ नहीं किया गया है। इस तरह से कांग्रेस सरकार  किसानों का कर्जा माफ नहीं करके बहुत बड़ा पाप किया है। साथ हीं कहां कि जब से कांग्रेस सरकार सत्ता में आई है तब से बिजली जा रहीं है। जिससे प्रदेश की जनता काफी परेशान है।

भाजपा में बगावत का दौर
पूर्व विधानसभा चुनाव में कांग्रेस में बगावत देखी गई थी जिसका खामियाजा यहां कांग्रेस को भुगतना पड़ा था और भाजपा ने सीट अपनी झोली में डाल ली थी। लेकिन अब उल्टा हो रहा है। भाजपा की ओर सर भानु भूरिया को अधिकृत प्रत्याशी बनायें जाने के बाद पार्टी के अन्य वरिष्ठ नेताओ ने पार्टी से त्याग पत्र लिखकर जिलाध्यक्ष ओम शर्मा को सौंप दिए है। भाजपा की और कल्याणसिंह डामोर ने अपनी नाराजगी जाहीर करते हुए पार्टी से त्याग पत्र देकर आज निर्दलिय नामांकन पत्र भी दाखिल कर दिया है। बता दे कि कल्याणसिंह डामर भाजपा में वरिष्ट नेता माने जाते है तथा कई वर्षो से पार्टी में सक्रिय है। लेकिन यहां वह इस बात से नाराज है पार्टी द्वारा उन्हें नजर अंदाज कर भानु भूरिया को टिकट दिया है। कल्याणसिंह डामर की क्षेत्र में अच्छी पकड़ा मानी जाती है। अगर यहां भाजपा के सामने यह चुनावी मेदान डटे रहे तो भाजपा को नुकसान उठाना पड़ सकता है।

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