आयुषी कुशल राठौर, पेटलावद-झाबुआ। 8319735220-9617391633
झाबुआ विधानसभा उप चुनाव में कांग्रेस और भाजपा दोनों ही पार्टिया ने अपने- अपने उम्मीदवारो की घोषणा कर दी हैं। विधानसभा उपचुनाव बहुत ही रोमांचक होने वाले हैं क्योंकि 15 साल के बाद सत्ता में आई कांग्रेस और विपक्ष में बैठ भाजपा दोनों ही इस चुनाव में अपनी-अपनी साख बचाने के लिए पुरजोर कोशिश कर रही हैं। साथ ही दोनों पार्टियों की राष्ट्रीय टीम के साथ पूरे प्रदेश की निगाहें इस उपचुनाव पर टिकी हुई है। उप चुनाव में सबसे पहले कांग्रेस ने अपने उम्मीदवार के रूप में पूर्व केंद्रीय मंत्री कांतिलाल भूरिया को चुना है। जो 2018 में हुए विधानसभा में पुत्र मोह का शिकार हो गए थे और लोकसभा चुनाव मे अपनी सीट भी नही बचा सके थे।
भूरिया विरुद्ध भूरिया आखिर क्यों..?
झाबुआ से विधानसभा चुनाव में अपने पुत्र को टिकट दिलवाने में सफल रहें भूरिया लेकिन कार्यकताओं की असंतुष्टि के चलते डॉ. विक्रांत भूरिया विधानसभा तक नही पहुंच पाए व गुमान सिंह डामोर विधायक बनने में सफल हो गए। लेकिन लोकसभाचुनाव में पूर्व केंद्रीय मंत्री कांतिलाल भूरिया को भारी मतों से हरा कर गुमानसिंह डामोर संसदीय सदस्य बन गए और संगठन के आदेश पर झाबुआ विधानसभा के विधायक पद से इस्तीफा दे दिया। इसलिए झाबुआ विधानसभा के उपचुनाव हो रहें हैं। उपचुनाव हेतु आज भाजपा ने भी अपने उमीदवार की घोषणा कर दी। भाजपा ने भाजयुमो झाबुआ के जिलाध्यक्ष भानु भूरिया को अपना उम्मीदवार बनाया हैं। जिन्होंने 11 माह पूर्व हुए विधानसभा चुनाव में भाजपा की और से अपनी दावेदारी की थी लेकिन संगठन ने गुमानसिंह डामोर को चुना था। अब भाजपा ने भानु भूरिया पर विश्वास जताते हुए कांग्रेस के दिग्गज नेता कांतिलाल भूरिया के सामने मैदान में उतारा है। आपको बता दे की भानु भूरिया दो बार युवा मोर्चा के जिलाध्यक्ष रहे है। दरअसल कांग्रेस की और से पूर्व विधायक जेवियर मेड़ा ने भी उपचुनाव में अपनी दावेदारी पेश की थी। लेकिन दिल्ली हाईकमान ने कांतिलाल भूरिया पर भरोसा जताया है। इधर भाजपा की ओर से पूर्व विधायक शांतिलाल बिलवाल व कल्याण सिंह डामोर ने भी अपनी दावेदारी पेश की थी पर यहाँ भी संगठन ने युवा नेता भानु भूरिया को चुना है।
भाजपा में शुरू हुआ इस्तीफे का दौर, एक तरफ़ा न हो जाए मुकाबला –
एक ओर कांग्रेस के दिग्गज नेता कांतिलाल भूरिया मैदान में है तो दूसरी ओर युवा नेता भानु भूरिया मैदान में है। भानु भूरिया की जैसे ही उम्मीदवारी तय हई वैसे ही भाजपा में इस्तीफों का दौर शुरू हो गया हैं। पहले उम्मीदवार न बनाए जाने से भाजपा के अनुसीचित जनजाति मोर्चा के पूर्व प्रदेश महामंत्री कल्याण सिंह डामोर ने जिला अध्यक्ष को इस्तीफा दे दिया। जिसके कुछ ही घण्टो बाद भाजपा नेता और जिला पंचायत सदस्य मेगजी अमलियार ने भी अपना इस्तीफा जिला अध्यक्ष को भेज दिया। इस्तीफे की खबरों को लेकर भाजपा जिला अध्यक्ष से सम्पर्क करना चाहा लेकिन नही हो सका।
कल नामांकन का आखरी दिन –
कल सोमवार उप चुनाव हेतु नामांकन दाखिल करने की अंतिम तारीख है और दोनों ही प्रत्याशी अपना-अपना नामाकन पत्र दाखिल करेंगे। साथ ही कांग्रेस की ओर से मुख्यमंत्री कमलनाथ खुद नामांकन दाखिल करवाने आयेंगे। वही भाजपा की ओर से भी बड़े नेताओं के आने की खबर है।