भोपाल। राज्य सरकार दिव्यांग खिलाड़ियों के लिए अलग खेल नीति तैयार कर रही है। नीति के तहत अब अंतरराष्ट्रीय पैरालंपिक खेलों में गोल्ड मेडल जीतने वाले प्रदेश के खिलाड़ियों को 3 करोड़ रुपए का पुरस्कार दिया जाएगा। वहीं, सिल्वर मेडल जीतने पर 2 करोड़ और ब्रांज मेडल पर 1 करोड़ रुपए दिए जाएंगे। खेल एवं युवक कल्याण विभाग ने नीति का मसौदा तैयार किया है। इसे लेकर दिव्यांगों के लिए कार्य करने वाले कुछ प्रमुख लोगों के साथ विचार-विमर्श भी किया गया है। सामान्य खिलाड़ियों के लिए होने वाले ओलंपिक खेलों में भी सरकार ने इसी तरह के पुरस्कारों की घोषणा की है।
सूत्रों के मुताबिक प्रस्तावित नीति के तहत विक्रम अवॉर्ड राष्ट्रीय या अंतरराष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिताओं में मप्र का प्रतिनिधित्व करने वाले सभी चार तरह की नि:शक्तता वाले खिलाड़ियों को दिया जाएगा। साथ ही उन्हें सरकारी नौकरी भी मिलेगी। अब तक सिर्फ एक दिव्यांग खिलाड़ी को अवॉर्ड दिया जाता था। विक्रम पुरस्कार पांच साल में दो साल तक राष्ट्रीय या अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मप्र का प्रतिनिधित्व करने वाले खिलाड़ियों को दिया जाता है।
राज्य सरकार दिव्यांग खिलाड़ियों को एकलव्य अवॉर्ड देने पर भी विचार कर रही है, हालांकि इस पर अभी कोई फैसला नहीं हुआ है। अभी दिव्यांग खिलाड़ियों को एकलव्य अवॉर्ड नहीं दिया जाता है। इसके साथ ही दिव्यांग खिलाड़ियों को प्रशिक्षित करने के लिए कोच को भी नकद पुरस्कार दिया जाएगा।
खेलवृत्ति भी दी जाएगी
प्रतिभावान दिव्यांग खिलाड़ियों को राज्य सरकार अब छात्रवृत्ति की तरह खेलवृत्ति भी देगी। नीति में यह प्रावधान भी किया जा रहा है। इसके साथ ही दिव्यांग खिलाड़ियों के लिए प्रतिभा खोज जैसी प्रतियोगिताएं और विभिन्न् खेल फेडरेशनों को दिव्यांग के लिए खेल प्रतियोगिता आयोजित के लिए राज्य सरकार की तरफ से मदद की जाएगी।