सरदारपुर। मौसम के परिवर्तन के साथ इन दिनो अस्पतालो मे मरीजो की संख्या बढ चुकी है। झोलाछापो के क्लिनीक से लेकर सामुदायिक स्वास्थ केंद्रो पर मरीजो की संख्या मे इजाफा हुआ। लेकीन सबसे अधिक मरीज खुजली रोग के आ रहे है। तेहसील क्षै़त्र के प्राथमिक स्वास्थ केंद्र पर औसत 10 मरीज प्रतिदिन तो सामुदायिक स्वास्थ केंद्र पर इनकी संख्या 20 से 25 है। यह तो ओपीडी का आंकडा है लेकीन ग्रामीण अंचलो मे सीधे मेडिकल स्टोर या फिर अवैध झोलाछापो से उपचार कराने वालो की संख्या भी बढी है। खुजली रोग को मेडिकल की भाषा मे फंगल इंफेक्शन कहा जाता है। रोग की शुरूआत प्रायवेट पार्ट पर खुजली के साथ होती है। जिसमे अधिकांश तौर पर शर्म या झिझक के चलते मरीज अस्पताल ना जाकर झोलाछाप या मेडिकल स्टोर पर से क्रिम लेकर उपचार करवा लेता है। शुरूआती तौर पर तो रोग से छुटकार मिल जाता है।
लेकीन स्थाई उपचार नही मिलने के चलते यह रोग बाद मे फिर आ जाता है। रोग के कारण एंव उससे बचाव के उपाय को लेकर हमने सामुदायिक स्वास्थ केंद्र के मेडिकल आफीसर डाॅ एम एल जैन से चर्चा की तो उन्होने बताया की यह सच है की इस समय फंगल इंफेक्शन के मरी बढ रहै है। डाॅ. जैन ने बताया की शरीर की सही तरीके से सफाई नही करना। गीले कपडे या अंडरगारमेंट पहने के साथ ही टाईड कपडे पहना या फिर एक तौलीये का एक से अधिक व्यक्ति के द्वारा इस्तेमाल करने के कारण भी यह रोग फैल रहा है। डाॅ. जैन ने कहा की सावधानी अपनाकर ही इस रोग से बचा जा सकता है। शरीर के किसी हिस्से मे नमी नही होने दे। सफाई का पुरा खयाल रखे। तौलीये से लेकर अन्य वस्तुओ का अलग-अगल उपयोग करे। रोग से संक्रमित होने पर पुरी तरीके से उपचार करवाये साथ ही कड़क धुप मे सुखे कपडे पहने और परिवार मे सभी को इंफेक्शन होे तो सभी का साथ मे उपचार करवाये।
सरदारपुर – फंगल इंफेक्शन के बढ़े मरीज, झोलाछाप और अधुरे उपचार से नही मिल रही राहत, उचित सलाह मिली तो होगी रोग की रोकथाम…
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