राजगढ़। गणेश चतुर्थी 2020 से पहले अन्तर्राष्ट्रीय कलाकार राहुल व्यास और उनकी साथी मित्र भूमिका बाफना ने 50 मूर्ति हस्त निर्मित बनाई। कुछ ही दिनों में गणेश चतुर्थी का उत्सव मनाएंगे, यह वह समय है जब सड़कों पर गणपति बाप्पा मोरया का जयकारा कानों में सुनने को मिलता है। मंदिर और घर भी भगवान गणेश के आगमन के लिए तैयार है। हालांकि इस वर्ष कोरोना वायरस महामारी के कारण सामूहिक रूप से गणेश जी की आराधना नहीं की जा सकेगी लेकिन कलाकार राहुल व्यास ने बताया कि पूरा भारतवर्ष इस गणेश जी के स्वागत के लिए पूरी तरह से तैयार है और पर्यावरण को किसी भी तरह का नुक़सान पहुंचाए बिना इस पर्यावरण के अनुकूल तरीके से गणेश चतुर्थी मनाने के लिए तैयार है। राहुल व्यास और भूमिका बाफना पिछले कुछ दिनों से गणेश जी की हस्त निर्मित प्रतिमा गढ़ रहे है और वह ऐसा कई वर्षों से करते आ रहे है। इस वर्ष पर्यावरण को क्षति ना पहुंचे और स्वच्छ भारत के मिशन के तहत नगर में 50 गणेश जी की हस्त निर्मित प्रतिमा का निःशल्क वितरण करेंगे ।
लोगो में जागरूकता लाने का प्रयास -
राहुल व्यास (अन्तर्राष्ट्रीय कलाकार) ने बताया की विसर्जन के बाद मैने देखा कि नदी तट टूटी हुई मूर्तियों से अटा पड़ा रहता है । यह देखकर मैं परेशान होता था कि इससे छोटे जीवों को हानि होती है और पर्यावरण भी दूषित होता है। इसलिए पिछले कई वर्षों से मैं माटी के गणेश जी बनाकर विराजित करता था परन्तु इस वर्ष से लोगो को जागरूक करने के लिए 50 मूर्ति का निःशुल्क वितरण करेंगे । यह एक अनूठा अनुभव है, जो मुझे शांति और देश सेवा करने का अवसर प्रदान करता है।
लोगो में जागरूकता लाने का प्रयास -
राहुल व्यास (अन्तर्राष्ट्रीय कलाकार) ने बताया की विसर्जन के बाद मैने देखा कि नदी तट टूटी हुई मूर्तियों से अटा पड़ा रहता है । यह देखकर मैं परेशान होता था कि इससे छोटे जीवों को हानि होती है और पर्यावरण भी दूषित होता है। इसलिए पिछले कई वर्षों से मैं माटी के गणेश जी बनाकर विराजित करता था परन्तु इस वर्ष से लोगो को जागरूक करने के लिए 50 मूर्ति का निःशुल्क वितरण करेंगे । यह एक अनूठा अनुभव है, जो मुझे शांति और देश सेवा करने का अवसर प्रदान करता है।
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