भोपाल। करीब दो हफ्ते लंबी राजनीतिक खीचतान के बाद आखिरकार मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने इस्तीफा दे दिया है। कमलनाथ ने प्रदेश के राज्यपाल लालजी टंडन को अपना इस्तीफा सौंपा है। इससे पूर्व कमलनाथ ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की जिसमे उन्होंने कहा की 15 महीने के कार्यकाल के दौरान मैंने हमेशा विकास पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि जनता ने राज्य की हालत सुधारने के लिए हमें 5 साल का मौका दिया था। इस दौरान मैंने राज्य को नई दिशा देने का मौका मिला। भाजपा मेरी सरकार बनने के बाद पहले दिन से मेरी सरकार गिरने की बात कह रही थी। भाजपा ने लोकतांत्रिक मूल्यों की हत्या की है। जनता इसे कभी माफ नहीं करेगी। जनता ने देखा है कि कैसे मेरे 22 विधायकों को बेंगलुरू में बंधक बनाया गया। एमएलए को तोड़ने की सच्चाई थोड़ी देर में सामने आ जाएगी।
आपको बता दे की सुप्रीम कोर्ट ने आज शाम 5.30 बजे तक कमलनाथ को विधानसभा में बहुमत साबित करने के निर्देश दिए थे। सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों के आधार पर विधानसभा अध्यक्ष ने आज विधानसभा की कार्य सूची जारी की। इस कार्य सूची के मुताबिक दोपहर 2 बजे से फ्लोर टेस्ट की कार्रवाई शुरू की जाएगी। लेकिन इससे पहले ही कमलनाथ ने इस्तीफा दे दिया।
आपको बता दे की सुप्रीम कोर्ट ने आज शाम 5.30 बजे तक कमलनाथ को विधानसभा में बहुमत साबित करने के निर्देश दिए थे। सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों के आधार पर विधानसभा अध्यक्ष ने आज विधानसभा की कार्य सूची जारी की। इस कार्य सूची के मुताबिक दोपहर 2 बजे से फ्लोर टेस्ट की कार्रवाई शुरू की जाएगी। लेकिन इससे पहले ही कमलनाथ ने इस्तीफा दे दिया।
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